डेस्क : हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत खराब होने पर उन्हें एयर एंबुलेंस Air Ambulance से एम्स हॉस्पिटल दिल्ली ले जाया गया। इससे पहले वह पटना में एडमिट थे जहां से एयर एंबुलेंस के द्वारा उन्हें दिल्ली ले जाया गया। अक्सर किसी बड़े नेता या प्रसिद्ध लोगों की तबीयत खराब होने पर हॉस्पिटल शिफ्ट होने की खबर आती है तो एयर एंबुलेंस शब्द का इस्तेमाल भी जरूर होता है। सुनने में तो यह हर किसी के लिए जाना पहचाना रहता है, लेकिन इसकी संपूर्ण जानकारी काफी कम लोगों को ही रहती है। एयर एंबुलेंस नार्मल एम्बुलेंस से काफी अलग रहता है। इसमें कई सारी सुविधाएं रहती है जिससे मरीज को आखरी समय में भी बचाया जा सकता है।
एयर एंबुलेंस क्या है : एयर एंबुलेंस वह हवाई जहाज होता है जिसमें वह सभी समान और सुविधाएं होती है जिस से इमरजेंसी कंडीशन में समय रहते हुए किसी मरीज की जान बचाने के लिए उसे एक स्थान से दूसरे स्थान या फिर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए सुविधा होती है। मरीज की गंभीर स्थिति में कम समय में ज्यादा लंबी दूरी तय करने और सड़क मार्ग पर होने वाले भीड़-भाड़ से बचने के लिए एयर एंबुलेंस का उपयोग किया जाता है।
क्यों खास है एयर एंबुलेंस और कितना खर्च इसमें आता है : एयर एंबुलेंस में इमरजेंसी कंडीशन में मरीज को बचाने से जुड़ी कई तकनीक मौजूद रहती है। इसमें ऑक्सीजन ,खून पतला करने की व्यवस्था, मॉनिटरिंग सिस्टम और भी कई अन्य सुविधाएं मौजूद रहती हैं, जो सीरियस कंडीशन के मरीज के लिए काफी जरूरी रहती है। उसके अलावा भी इसमें जरूरत पड़ने पर मरीज के हिसाब से कई उपकरण को जोड़ा जा सकता है और यह अस्पताल की स्पेशल वार्ड की तरह ही काम करता है। सामान्यता एयर एंबुलेंस को बुक करने में पांच से छह लाख का इससे भी ज्यादा का खर्च आ सकता है। एंबुलेंस के अंदर किस तरह की सुविधा कितनी देर के लिए चाहिए होती है, कितनी दूरी के इस की बुकिंग की जा रही है। इन सभी बातों पर खर्च निर्भर करता है।
किस तरह एयर एंबुलेंस की बुकिंग की जा सकती है : कई सारी विमान कंपनियां एयर एंबुलेंस की सुविधा देती है। और फ्लाइट में भी पेशेंट के लिए बुकिंग की जा सकती है। यहां भी सुविधाएं दी जाती है। कई सारी कंपनियां एयर एंबुलेंस को प्राइवेट लेवल पर भी बुकिंग करती है। वहीं अगर सरकारी एंबुलेंस में बुकिंग करनी हो तो इसके लिए सबसे पहले जिले के अस्पताल और जिले के कलेक्टर से संपर्क करना पड़ता है। उनसे बात करने के बाद वर्तमान स्थिति के आधार पर एंबुलेंस की सुविधा प्रदान की जाती है। इसके अलावा कहीं सुदूर इलाकों में कोई घटना या प्राकृतिक दुर्घटना होने की स्थिति में सरकार की तरफ से एयर एंबुलेंस की सुविधा दी जाती है।