डेस्क : देश में बहुत बड़े स्तर पर ट्रेनें चलाई जाती हैं, ऐसे में कई लोग हैं जो रोजाना रेल यात्रा करते हैं। दरअसल ट्रेन में सफर करने वाले यात्री लोग Train Driver और उसके पूरे सिस्टम पर भरोसा करते हैं जिसके चलते वह अपनी समस्याओं को दरकिनार करते हुए ट्रेन में बैठते हैं।
कई बार देखा गया है कि ट्रेन दुर्घटना की शिकार हो जाती है लेकिन आपको बता दें कि यह दुर्घटना जानबूझकर नहीं बल्कि कुछ तकनीकी परेशानियों के कारण और रेलवे अधिकारियों की लापरवाही के चलते होती है। रेल दुर्घटनाओं के चलते लोगों ने अक्सर यह सवाल किया है कि यदि रात के वक्त ट्रेन चलाते समय लोको पायलट यानी कि ट्रेन के ड्राइवर को नींद आ जाए तो क्या होगा ? क्या ट्रेन किसी बड़े एवं भयानक हादसे का शिकार हो जाएगी। तो आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
दरअसल ट्रेन में दो लोको पायलट मौजूद होते हैं। ऐसे में यदि एक लोको पायलट सो जाए तो दूसरा लोको पायलट इतना सक्षम होता है कि वह पूरी ट्रेन को संभाल ले। यदि फिर भी कोई परेशानी आती है तो एक लोको पायलट दूसरे लोको पायलट को आसानी से उठा सकता है और दोनों लोको पायलट मिलके एक बड़ी दुर्घटना को टाल सकते हैं।
यदि दोनों ड्राइवर सो जाए तो क्या होगा ?
इस परेशानी का भी हाल इंडियन रेलवेज ने निकाल दिया है, बता दे की ड्राइवर लोगों की सारी गतिविधियां ट्रेन का इंजन देखता रहता है। आपको यह सुनने में अजीब लग रहा होगा लेकिन रेलवे का जो इंजन है वह इस प्रकार से बनाया जाता है कि समय समय पर ट्रेन ड्राइवर हॉर्न बजाता है, ब्रेक लगाता है, या फिर स्पीड बढ़ाता है तो इंजन को इसकी खबर मिलती रहती है। कभी-कभी ऐसी परिस्थिति आ जाती है कि ट्रेन ड्राइवर को कुछ भी नहीं करना पड़ता, तब इंजन में मौजूद एक सिस्टम होता है जिसको DeadMan Lever कहा जाता है। यह एक खास प्रकार का डिवाइस तब बजने लगता है जब ड्राइवर 3 मिनट तक कोई हरकत नहीं करता।