इस मुगल बादशाह ने अपनी किसी भी बेटी की शादी नहीं होने दी, जिसकी रखवाली हिजड़ों ने की

इस मुगल बादशाह ने अपनी बेटियों को जीवन भर कुंवारी रखा। उसने किसी को शादी नहीं करने दी। उसने पुरुषों को अपनी बेटियों के महल में प्रवेश करने से मना किया। इस फैसले की वजह दिलचस्प है।

हमने इतिहास में मुगलों के बारे में पढ़ा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक मुगल बादशाह था जिसने अपने घमंड की वजह से अपनी बेटी की शादी नहीं होने दी। इस मुगल बादशाह ने अपनी बेटियों को आजीवन अविवाहित रहने के लिए मजबूर किया। इसके अलावा, उसने किसी भी पुरुष को अपनी बेटी की रखवाली करने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने किसी भी पुरुष को अपनी बेटी के पास नहीं आने दिया। वे किन्नरों को अपनी बेटियों के महल की रखवाली के लिए ले जाते थे। एक दिलचस्प कारण बताइए कि एक मुगल बादशाह की बेटी ने शादी क्यों नहीं की।

एक मुगल जिसने अपनी बेटी से शादी नहीं की

बता दें कि जिस मुगल बादशाह ने अपनी बेटी से शादी नहीं की, वह कोई और नहीं बल्कि अकबर अकबर की तीन बेटियां थीं और उसने उनमें से किसी से भी शादी नहीं की। अकबर की बेटियों ने अपना पूरा जीवन अकेले ही बिताया। अकबर के अपनी बेटी से शादी न करने की जिद के पीछे की वजह हैरान करने वाली है।

शादी न करने के कारण

मालूम हो कि मुगल बादशाह अकबर किसी के भी सामने झुक जाने से नाराज हो जाता था। उन्हें झुकना बिल्कुल पसंद नहीं था। उन्हें डर था कि अगर उन्होंने अपनी बेटियों की शादी करवाई तो उन्हें दूल्हे के पिता के सामने झुकना पड़ेगा। इसी कारण अकबर ने अपनी पुत्रियों का विवाह नहीं किया। उन्होंने उन्हें जीवन भर कुंवारा रखा।

महल में पुरुषों के प्रवेश पर प्रतिबंध : गौरतलब है कि मुगल बादशाह अकबर के इस अनोखे फैसले ने उनकी बेटियों की शादी करने से रोक दिया था। उनकी बेटियाँ जीवन भर अपने पिता के घर पर रहीं। इसके अलावा, जहाँ अकबर की बेटियाँ रहती थीं वहाँ पुरुषों का प्रवेश वर्जित था।

आपको जानकर हैरानी होगी कि किन्नरों ने अकबर की बेटियों की रक्षा की थी। हिजड़ों को महल के द्वार पर तैनात किया गया था, हालांकि, अकबर के अजीब फैसले पर लोगों की अलग-अलग राय है। कोई कहता है कि वह बेटी और उसके सम्मान की रक्षा करता है तो कोई कहता है कि यह अहंकार में लिया गया फैसला है और बेटी की जिंदगी बर्बाद कर देता है।