Desk : भारत अपने आर्किटेक्चर के लिए बेहद मशहूर है भारत में हिंदुओं के आर्किटेक्चर विश्व में कई स्थानों पर प्रसिद्ध हैं। मुगलकाल का आर्किटेक्चर अपनी खूबसूरती के साथ-साथ अपनी कारीगरी के लिए भी जाना जाता है,ऐसे ही दो स्ट्रक्चर हैं आगरा का ताजमहल और दिल्ली का कुतुब मीनार। क़ुतुब मीनार कुतुबुद्दीन द्वारा 12वीं शताब्दी में बनवाया गया था, वहीं ताजमहल का निर्माण शाहजहां द्वारा सोल वी शताब्दी के आखिर में अपनी बेगम मुमताज महल के लिए करवाया गया था।
दोनों की जगह अलग अलग हैं, लेकिन दोनों ही भारत के आकर्षण का केंद्र और पर्यटन का मुख्य स्रोत भी हैं। इन दोनों स्थानों के सांस्कृतिक और आर्थिक लाभ हैं। कुतुब मीनार देखने में एक लंबी इमारत लगता है, और अमूमन हम में से ज्यादातर लोगों को पहली दफा ऐसा लगेगा कि कुतुबमीनार ही ज्यादा लंबा है, लेकिन अगर दोनों की लंबाई की तुलना करें तो ताजमहल की लंबाई ज्यादा है।
जी हां,ताजमहल की लंबाई कुतुब मीनार से 4 फीट ज्यादा है, ताजमहल की लंबाई कुल 73 मीटर है जबकि कुतुब मीनार की लंबाई 72.5 मीटर है, फीट में बात करें तो ताजमहल की लंबाई 283 फीट और कुतुब मीनार की लंबाई 239 फीट है, दोनों ही ऐतिहासिक तौर पर बेहद जरूरी मुगल आर्किटेक्चर हैं। दोनों आर्किटेक्चर विश्व धरोहर के रूप में प्रख्यात है और इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। इसके अलावा यह दोनों स्ट्रक्चर यूनेस्को विश्व धरोहर का भी हिस्सा हैं,भारत में पर्यटन से कमाई में इन दोनों स्थानों का एक अहम योगदान है।