ऐसी होती है रेलवे की डायमंड क्रॉसिंग, चारों दिशाओं से आकर भी नहीं टकराती ट्रेनें

डेस्क : आज के समय में ट्रेन से यातायात बेहद आसान हो गया है। रोजाना लोग सबसे ज्यादा ट्रेन से सफर करते हैं। ट्रेन सफर करने के दौरान आपने देखा होगा कि जगह-जगह रेलवे का कैसा ट्रैक बिछा होता है। रेल की पटरिया एक दूसरे को क्रॉस करती है जिस पर ट्रेनें अपना रास्ता भी बदलती है। इन रेलवे क्रॉसिंग को ट्रेन के रूट के हिसाब से ही तैयार किया जाता है।

इन पर चलते हुए ट्रेनें अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि रेलवे में खास तरह की क्रॉसिंग भी होती है, जिसे डायमंड क्रॉसिंग कहा जाता है। क्या आपने यह क्रॉसिंग देखी है? ऐसा भी हो सकता है कि आप यह नाम पहली बार सुन रहे हैं, क्योंकि यह बहुत ही कम होता है जब डायमंड क्रॉसिंग बनाया जाता है। कहा जाता है कि एशिया में एक- दो जगह ही डायमंड क्रॉसिंग है। डायमंड क्रॉसिंग यानी कि जहां चारों दिशाओं से ट्रेनें आती है। रेलवे का सिग्नल मैनेजमेंट इतना तगड़ा होता है कि चारों दिशाओं से ट्रेन आती है।

इसके बावजूद भी या आपस में नहीं टकराती। आपको ऐसी रेलवे क्रॉसिंग महाराष्ट्र के नागपुर में देखने को मिल सकता है। आप अचानक इसे देखकर हैरान जरूर हो जाएंगे की आखिर सभी दिशाओं से ट्रेनें आने के बावजूद भी यह आपस में क्यों नहीं टकराती? रेलवे का टाइम मैनेजमेंट इस तरह की दुर्घटना को होने नहीं देता है। जैसे सड़कों पर चौक होता है, जहां पर चारों दिशाओं से गाड़ियां आती जाती है। ठीक उसी तरह से यह डायमंड क्रॉसिंग भी है। मतलब इसे ट्रेनों का चौक कह सकते हैं। डायमंड क्रॉसिंग में 4 ट्रैक होते हैं। दो दो के हिसाब से यह आपस में क्रॉस करते हैं।

मतलब कि यहां चारों दिशाओं से ट्रेनें आ सकती हैं। यह देखने में डायमंड की तरह होता है। इसलिए इसे डायमंड क्रॉसिंग कहा जाता है। अक्सर रेलवे में एक ही लाइन में ट्रैक होते हैं और एक दूसरे को एक ही दिशा में क्रॉस करते हैं। लेकिन डायमंड क्रॉसिंग में एक दूसरे को रेलवे ट्रैक क्रॉस की तरह काटते हैं। भारत में फिलहाल एकमात्र नागपुर में डायमंड रेलवे क्रॉसिंग है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के माने तो यहां 3 दिशाओं से ही ट्रेनें आपस में मिलती है। एक ट्रैक पूर्व गोंडिया से आता है जो हावड़ा, राउरकेला, रायपुर लाईन पर स्थित है। दूसरा ट्रैक जो उत्तर दिल्ली से आता है। तीसरा ट्रैक साउथ इंडिया से आता है। वहीं वेस्ट मुम्बई से भी एक ट्रैक आता है। यहां किसी भी तरह की दुर्घटना ना हो, इसके लिए रेलकर्मी समय समय से इसकी जांच और मरम्मत करते रहते हैं।