आज के समय में पृथ्वी से लेकर आकाश और समुद्री आवागमन के लिए वाहनों का संचालन किया जाता है. बड़े-बड़े व्यापार को चलाने के लिए एक्सपोर्ट इंपोर्ट का काम बेहतर तरीके से करने के लिए खासकर समुद्री आवागमन का इस्तेमाल किया जाता है कि आज के समय में समुद्र में बड़े से बड़े जहाज देखने को मिलते हैं. अब हम सभी इस बात को जानते हैं कि आज के समय में किसी भी वहान को चलाने के लिए फ्यूल की जरूरत होती है.
हालांकि, जमीन से लेकर आकाश और समुद्री रास्ते से आवागमन करने वाली जहाजों और वाहनों को चलाने के लिए ईंधन की जरुरत होती है. हालांकि इनमें से कुछ वाहनों को जानते हैं जो CNG गैस तो कुछ पेट्रोल और डीजल से चलती है. लेकिन हवाई जहाज को एक अलग प्रकार के इधर केरोसिन से चलाया जाता है, अब उसी बात को लेकर कुछ लोगों की मन में ये भी सवाल उठता है कि पानी में चलने वाला जहाज को किस तेल से चला जाता है, तो आइए इस बारे में जानते हैं.
कैसा होता है ईंधन ?
दरअसल, पानी में चलने वाले जहाज को विभिन्न देशों के अनुसार ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि वहां की सरकार उन्हें उनकी सुविधा को देखते हुए ईंधन की अनुमति देता है. इसीलिए अलग-अलग जगह पर अलग-अलग ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है. वैसे तो इन जहाजों का मुख्य ईंधन 3 तरह का होता है HFO, LSFO और डीजल शामिल है. वहीं इस ईंधन का चयन जहाजों के अनुसार किया जाता है.