डेस्क : देश में कई सारे उत्पाद हैं, जो हमारे आपके रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल किए जाते हैं। इसमें एक उत्पाद ऐसा है जिसे हर कोई घर में बैठने के लिए खरीदते हैं। जी हां हम प्लास्टिक की स्टूल के बारे में बात कर रहे हैं।
प्लास्टिक की स्टूल में एक चीज आपने कभी गौर किया होगा कि हर स्टूल के बीचो- बीच छेद रहता है। यह क्यों बनाया जाता है इसके पीछे की वजह क्या है? दरअसल कुछ भी बनाने से पहले उसमें विज्ञान का सहायता लिया जाता है। इसमें भी एक विज्ञान छिपा है तो आइए इन सब चीजों के बारे में आज हम जानते हैं।
ये है मुख्य कारण
प्लास्टिक उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री चाहे ब्रांडेड हो या स्थानीय, हर जगह उत्पादन के लिए विज्ञान के सामान्य नियमों का पालन किया जाता है। तो चाहे दुनिया के किसी भी कोने में स्टूल बनाया जा रहा हो, उसके बीच में एक बड़ा छेद जानबूझकर किया जाता है क्योंकि जगह की कमी के कारण आपका घर हो या दुकान, प्लास्टिक स्टूल अक्सर एक के ऊपर एक रखे जाते हैं।
यदि इन मलों में कोई छेद न हो तो वे आपस में चिपक जाएँगे, वायुदाब और निर्वात के कारण इन्हें अलग करने में बहुत बल लगाना पड़ेगा। जाहिर सी बात है कि इन्हें अलग करना हर किसी के लिए आसान नहीं होगा, इसीलिए विज्ञान के नियम के अनुसार स्टूल में छेद होता है।
ये वजह भी जानना जरूरी
इसके अलावा यदि कोई अधिक वजन वाला व्यक्ति स्टूल पर खड़ा हो और फिर भी वह स्टूल आसानी से न टूटे तो उसके पीछे उस स्टूल में बना छेद भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीं, इसके पीछे एक और अहम कारण भी आप मान सकते हैं क्योंकि हर स्टूल में छेद करने से कुछ मटीरियल यानी कुछ प्लास्टिक भी बच जाता है।