डेस्क : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) कागज का उपयोग करके मुद्रा नहीं बनाता है। बहुत से लोग सोचते हैं कि उनकी जेब में रखे नोट कागज के बने होते हैं। मगर ऐसा नहीं है ओर अगर आपको भी ऐसा लगता है तो आपकी जानकारी को और बढ़ाते हुए हम आपको इस सवाल का बिल्कुल सही जवाब बताते हैं।
कपास का उपयोग किया जाता है : आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत समेत कई अन्य देशों की मुद्रा बनाने के लिए कपास का उपयोग किया जाता है। यह कपास की कुछ विशेषताओं के कारण है, जिसमें हल्का, लंबे समय तक चलने वाला और प्रिंट करने योग्य होना शामिल है। आरबीआई के मुताबिक नोट को प्रिंट करने में 100 फीसदी कॉटन का इस्तेमाल होता है।
आरबीआई के पास एकमात्र अधिकार है : करेंसी नोट बनाने के लिए कॉटन, लिनन और अन्य चीजों के अनुपात को बैंकों ने गुप्त रखा है। भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 22 के अनुसार, भारत में बैंक नोट जारी करने का एकमात्र अधिकार केवल रिज़र्व बैंक के पास है, अर्थात यदि कोई ऐसा करने का प्रयास करता है, तो उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। करना पड़ेगा।
अमेरिका भी इस फॉर्मूले का पालन करता है : संयुक्त राज्य अमेरिका भी अपने मुद्रा नोटों के लिए इस तरह के अनुपात का उपयोग करता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 75 फीसदी कॉटन और 25 फीसदी लिनेन का इस्तेमाल होता है। इसका मतलब है कि अमेरिका भी इस फॉर्मूले का पालन करता है।