आज के समय में हर किसी के घर में हर कमरे में एक स्विच बोर्ड लगा हुआ है. किचन से लेकर बाथरूम तक और उसे स्विच बोर्ड में एक इंडिकेटर लगा होता है. जो 24 घंटे चलता रहता है और उसका काम होता है यह बताना कि आपके घर में बिजली है.
लेकिन अधिक बिजली बिल (light bill) आने के पीछे किसी छोटे इंडिकेटर का बड़ा हाथ होता है. जिसे देखकर लोग नजर अंदाज कर देते हैं तो आइए जानते हैं कि 24 घंटे चल रहे इस इंडिकेटर से कितना यूनिट बिजली खर्च होता है.
इतनी बिजली होती है खर्च ?
भारत में आज के समय में 230 से 240 वोल्ट की बिजली सप्लाई होती है. लेकिन उसे वोल्टेज पर एक इंडिकेटर लगभग 0.3 से 0.5 वाट प्रति घंटा होता है. मान लीजिए 24 घंटे बिजली मौजूद है और 3 कमरे हैं तो 1 हाल, 1 किचन और 2 बाथरूम में लगभग 10 स्विच बोर्ड लगे हैं. तो प्रतिदिन 72 वॉट बिजली की खपत हो रही है.
क्या यह फायदेमंद या नुकसान ?
कई बार आंधी या बारिश आने की वजह से कनेक्शन में एकाएक लाइट तेज आ जाता है और इसी वजह से घर में मौजूद उपकरण भी खराब हो जाते हैं.. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ है या नहीं हुआ है, तो आगे से आप सावधान हो जाए और छोटी सी लाइट लगाकर आप नजर रख सकते हैं और घर में मौजूद सभी उपकरण को बंद करके रखें अन्यथा आप को भी भारी नुकसान हो सकता है.
अक्सर लोग अपने घरों में इनवर्टर का इस्तेमाल करते हैं और पाटन का कनेक्शन डायरेक्ट लाइट के कनेक्शन जोड़ देते हैं. और इंटरनेट इनवर्टर का कनेक्शन घर में लगे किसी भी स्विच में नहीं जोड़ा जाता है. ताकि जब लाइट आए तो इस बात की जानकारी लग सके कि लाइट आ चुकी है. दरअसल, से इंडिकेटर के रूप में देखा जाता है और इसी बात से पता चलता है कि अब इनवर्टर बंद हो चुका है और लाइट आ चुकी है.