दुकानदार आपको असली चार्जर दे रहा है या नकली, चुटकी बजाते इस तरह पता लगाएं!

Tips To Identify Fake VS Genuine Charger – अगर कंपनी वाला स्मार्ट फोन चार्जर आपका खराब हो जाए तो जाहिर सी बात है, मार्केट में जाकर आप दूसरा चार्जर खरीदते हैं जो कि दिखने में ठीक उसी तरह होता है जो आप को कंपनी से दिया जाता है। हालांकि कई बार जब नया चार्जर खरीदते हैं तो यह चार्जर कंपनी वाले चार्जर की तरह काम नहीं करता है। देखने में तो ठीक वैसा ही होता है, लेकिन इसकी स्पीड बेहद कम होती है।

आप अगर कोई ब्रांडेड चार्जर खरीदने जा रहे हैं तो सबसे पहले उसका नाम जरूर चेक करें कि अगर यह डुप्लीकेट है तो इसके नाम में बदलाव होगा या फिर इसका font-style गड़बड़ होगा, जिससे आप इसका पता लगा सकते हैं कि यह असली है या फिर नकली। अगर कभी चार्जर खरीदने जाए तो वहीं पर उसे ओपन करके टेस्ट जरूर कर लें। इससे आपको चार्जर की स्पीड का पता चल जाएगा। अगर स्पीड स्लो होती है तो आप समझ जाएं कि इस चार्जर में कोई प्राब्लम जरूर है।

डुप्लीकेट चार्जर के निर्माता, डिजाइन में अक्सर कोई ना कोई गड़बड़ी जरूर करते हैं। ऐसे में नया चार्जर खरीदने के दौरान अपने पुराने ओरिजिनल चार्जर को ले जाना ना भूलें। वहां जाकर इससे नए चार्जर को कंपेयर करें, क्योंकि अगर इसके डिजाइन में कोई दिक्कत है तो आपको समझ आ जायेगा कि यह डुप्लीकेट है और आपके स्मार्टफोन पर यह बुरा असर डाल सकता है।