हरियाणा की ममता ने दो बार क्लीयर किया UPSC , पर IAS बनना था सपना, जाने रैंक 556 से रैंक 5 तक का सफर….

न्यूज डेस्क : हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के छोटे से गांव बसई में रहने वाली ममता यादव ने सिविल सर्विस एग्जाम तो पहले ही प्रयास में क्लियर कर लिया था, पर सपने कुछ और ही थे। सपना था एक सफल IAS अधिकारी बने जो अधूरा था।

upsc topper interview haryanas daughter mamta yadav 5th ranks in all india | Upsc Topper Interview : हरियाणा की बेटी ममता यादव का ऑल इंडिया में 5वां रैंक, ये है इनकी सफलता


पर ममता ने भी हार नहीं माना उन्होंने सपने को पूरा करने के लिये दिन में 10 से 12 घंटे तक की मेहनत शुरू कर दी। आखिर उनकी मेहनत सफल हुई और वो संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की 2020 की परीक्षा में ममता ने देशभर में 5वीं रैंक हासिल किया। यूपीएससी सिविल सेवा में यह उनका दूसरा प्रयास था।

वह पहली बार 2020 में इस कठिन परीक्षा में शामिल हुई और 556 रैंक हासिल की। चयनित होने पर, उन्होंने भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा के लिए प्रशिक्षण शुरू किया। लेकिन वह संतुष्ट नहीं थी और अपनी योग्यता को फिर से साबित करना चाहती थी और उच्च स्तर पर जाना चाहती थी। दूसरी बार जब वह परीक्षा में बैठी, तो वह शीर्ष 5 में एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई।

UPSC topper Mamta Yadav with Rank 5 becomes first woman from her village to become IAS - Education Today News

बसई गांव निवासी ममता यादव के पिता अशोक यादव एक निजी कंपनी में काम करते हैं और उनकी मां सरोज यादव गृहिणी हैं। ममता ने अपनी पूरी शिक्षा दिल्ली से ही पूरी की है और दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से स्नातक किया है।ममता की मां सरोज का कहना है कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनकी बेटी इतनी आगे जाएगी। वही उनके पिता अशोक ने अपनी बेटी की सफलता का श्रेय ममता की मां को दिया और कहा कि उनकी बेटी ने उन्हें बहुत गौरवान्वित किया है।