खुशखबरी : बिहार सरकार ने कन्या उत्थान योजना की राशि की जारी , स्नातक पास छात्राओं को 50 व इंटर पास लड़कियों को मिलेगा 25 हजार

न्यूज डेस्क : बिहार के छात्राओं के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। इंटर पास और स्नातक पास और अविवाहित छात्राओं के लिए खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत इंटर पास और स्नातक पास सभी छात्राओं के खाते में प्रोत्साहन राशि जल्द ही ट्रांसफर किये जायेंगे। इंटर पास छात्राओं को 25000 रुपये मिलेंगे । वहीं स्नातक पास छात्राओं के लिए 50000 रुपये हर खाता में ट्रांसफर किए जाएंगे । 21 अगस्त तक मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की राशि लड़कियों को उपलब्ध होगी। शिक्षा विभाग की ओर से पहली किस्त के रूप में 30 करोड़ प्रोत्साहन राशि जारी किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार जरूरत पड़ने पर और भी राशि की निकासी होगी।

स्नातक पास लड़कियों को ₹50000 दिए जाएंगे । इंटर पास लड़कियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में ₹25000 दिए जाने हैं। बताते चलें कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाए जाने की हरसंभव कवायद की जा रही है। लाभार्थियों को शीघ्र प्रोत्साहन राशि उपलब्ध हो सके इसके लिए आवेदनों के निष्पादन की प्रक्रिया भी तेज करने की लगातार मॉनिटरिंग जा रही है। वही पिछले 4 सालों में सरकार ने अब तक 95102 स्नातक पास लड़कियों को इस योजना का लाभ दिया है। इस योजना के लिए 900 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया । जिसमें से अब तक 237 करोड़ 75 लाख रुपए लाभार्थियों के बीच बांट दिए गए हैं। चालू वर्ष में भी 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जबकि 30 करोड़ की निकासी भी हो चुकी है। बताते चलें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद से राज्य में महिला उत्थान के दिशा में एक से एक काम किए गए हैं। इसकी झलकी प्रथम कक्षा से लेकर स्नातक पास कक्षा तक के छात्र छात्राओं के बीच देखी जा सकती है।

पोशाक राशि साइकिल राशि मैट्रिक और इंटर पास होने के बाद प्रोत्साहन राशि स्नातक के बाद प्रोत्साहन राशि इन सभी चीजों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश में छात्राओं के बीच शिक्षा दर को बढ़ाने के लिए तमाम कवायद किए हैं। जिससे छात्रा वर्ग में नीतीश कुमार की लोकप्रियता भी काफी बढ़ी है। यार सरकार ने बीते 15 सालों में बिहार के गांव गांव तक छात्राओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने में लगी है । इस कड़ी में छात्राओं में काफी हर्ष उल्लास भी देखा जाता है। और हर साल छात्रा के पढ़ाई में रुचि लेने की प्रतिशतता दर बढ़ती जा रही है। गांव गांव की छात्राएं स्कूल पहुंच रही है। और स्कूल पहुंचने के साथ ही जो छात्राएं मिडिल स्कूल तक की शिक्षा पर रुक जाती थी वह कॉलेज जाकर इंटर स्नातक और परास्नातक तक की पढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी कर रही है।