SBI : अब देश के सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक में खाता खुलवाना काफी आसान हो चुका है और अब इसमें ग्राहक 5 तरीके के सेविंग अकाउंट खोल सकते हैं। काफी कम राशि खाते में रखनी होगी। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को बैंकिंग कामकाज से जोड़ना है।
6 सालों में SBI में काफी सारे लोग खाता खुला चुके हैं। लोग अपनी बचत इन बैंक खाते में जमा करके रखते हैं लेकिन अब उन्हें थोड़ा जागरूक होने की जरूरत भी है। आज हम आपको बैंक खाते और उनके प्रकार के बारे में बताने जा रहे हैं।
बेसिक सेविंग बैंक खाता
भारत का कोई भी नागरिक बैंक में सिंगल या जॉइंट अकाउंट खोल सकता है। इसके साथ ही आप जीरो बैलेंस अकाउंट भी खुलवा सकते हैं। जीरो बैलेंस अकाउंट में आपको हर महीने मिनिमम बैलेंस रखने की चिंता भी नहीं होगी। इस खाते में आपको वह सभी सुविधाएं मिलेगी जो नॉर्मल सेविंग अकाउंट में मिलती है। अगर आपका खाता बंद हो जाता है तो भी आपसे कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं वसूला जाएगा।
कैसे खोले SBI स्मॉल सेविंग अकाउंट
इसमें भी आप सिंगल या जॉइंट अकाउंट खोल सकते हैं लेकिन खाता खोलने के 24 महीने के अंदर आपको केवाईसी करना जरूरी है। इसमें भी आपको न्यूनतम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं पड़ती। आप चाहे तो स्मॉल सेविंग अकाउंट को रेगुलर सेविंग अकाउंट BSBDA में बदलवा सकते है। लेकिन फिर आप एक महीने में 10,000 रुपये से ज्यादा पैसे नहीं निकाल सकते है।
SBI रेगुलर सेविंग अकाउंट
इस खाते में मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी है जबकि एक करोड़ तक जमा राशि पर आपको 3.5% ब्याज दर दी जाती है। इससे अधिक जमा राशि पर 4% ब्याज मिलता है। इसमें नॉमिनेशन फैसिलिटी, लॉकर लेने की सुविधा, ई-स्टेटमेंट फैसिलिटी, एसएमएस अलर्ट भी मिलती है। इसके अलावा अन्य कई सुविधा भी मिलती है।
SBI डिजिटल सेविंग अकाउंट
इस आप Yono ऐप से भी खोल सकते है, लेकिन इसमें जॉइंट अकाउंट नहीं खोला जा सकता है। इसमें ग्राहक को बैंक की तरफ से फ्री डेबिट कार्ड और 10 चेक वाली चेकबुक दी जाती है।
SBI सेविंग अकाउंट फॉर माइनॉर
इसके अलावा SBI की तरफ से बच्चों के लिए दो प्रकार के खाता खोलने की सुविधा दी जाती है।इसमें आपको “पहला कदम” और “पहली उड़ान” नामक दो खाता खोलने की सुविधा मिलती है।
पहला कदम खाता किसी भी बच्चे का खोला जा सकता है और इसमें माता-पिता या गार्जियन चाहे तो जॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। जबकि पहली उड़ान खाता आप 10 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए सिंगल अकाउंट के रूप में खोल सकते है।
SBI के अनुसार दोनों में ही मिनिमम बैलेंस रखने की छूट है। इन खातों पर आपको रेगुलर बचत खाते की ब्याज दर दी जाती है। इसमें आपको कई अन्य सुविधाएं भी मिलती है।