हिंडनबर्ग के झटकों से उबर पाएगा Adani Group? ₹30,100 करोड़ के कर्ज से जुड़ा है मामला

Adani Group : गौतम अडानी, एक ऐसा नाम जो पिछले कुछ वर्षों से खूब चर्चा में हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद चर्चाओं का बाजार और भी गर्म है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद हुए नुकसान से अदानी ग्रुप धीरे धीरे उबरने की कोशिश में लगा हुआ है। ताजा समाचार के अनुसार, अडानी समूह 30,100 करोड़ रूपए तक के रिफाइनेंस के लिए ग्लोबल बैंको से बात कर रहा है। यह लोन अंबुजा सीमेंट्स के अधिग्रहण से जुड़ा है।

क्या है अंबुजा सीमेंट अधिग्रहण का मामला? दरअसल पिछले साल सितंबर ( September 2022 )में अंबुजा सीमेंट्स और ACC में होल्सिम ग्रुप की हिस्सेदारी खरीदी थी। इस रिफाइनेंस के लिए अडानी समूह लेंडर्स से बातचीत कर रहा है। इस लोन के लिए समूह बार्कलेज पीएलसी, ड्यूश बैंक एजी, स्टैंडर्ड चार्टर्ड पीएलसी, जैसी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से चल रही है।

यह प्रक्रिया 3 से 4 महीने में पूरी होने की उम्मीद है। हालांकि, इस मामले पर न अडानी समूह की तरफ से और न ही लेंडर्स की तरफ से, कुल मिलाकर किसी भी तरह का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

यह न्यूज़ इसलिए महत्त्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद तमाम तरह की आशंकाएं जताई जा रही है। अगर अडानी समूह यह लोन लेने में सफल हो जाता है तो समूह वैश्विक स्तर पर क्रेडिट को लेकर तमाम आशंकाओं को धत्ता बता देगा। और हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप के महीनों बाद सामान्य तरीके से व्यवसाय में लौटने का मजबूत एवं ठोस संकेत होगा। कंपनी को वैश्विक स्तर पर भी हिंडनबर्ग के झटकों से उबरने का बढ़िया मौका है।

क्या है अडानी हिंडनबर्ग मामला अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने जनवरी 2023 में अडानी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद समूह के शेयरों में तेजी से गिरावट आई और तकरीबन अडानी ग्रुप को 150 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हो गया था।