1 सितंबर से बदल जाएगा LPG Cylinder से जुड़ा नियम, जानें – आपके जेब पर कितना पड़ेगा असर ?

न्यूज डेस्क : LPG गैस हर घर में उपयोग होता है। यह रसोई में उपयोग की जाने वाली एक आवश्यक वस्तु है। ऐसे में इसके दाम के उतार-चढ़ाव पर हर किसका नजर रहता है। हर महीने की 1 तारीख को ईंधन कंपनियां अपने उत्पाद के नए रेट करती है। इसमें कई बार हमें कीमत बढ़े तो कई बार गिरावट देखने को मिलती है। अगस्त महीने की बात करें तो कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर में 36 रूपये की गिरावट दर्ज की गई थी। घरेलू एलपीजी में कोई उतार-चढ़ाव नहीं देखने को मिला।

क्या सितंबर महीने में बढ़ सकती है कीमत : आपको बता दें इन प्रोडक्ट्स की कीमतों में उछाल क्रूड ऑयल प्राइस पर डिपेंड करता है। ऐसे में ब्रेंट क्रूड के भाव में कुछ बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसे देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से दाम कम करने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। बता दें कि एलपीजी घरेलू गैस की कीमतों में बीते कुछ महीने से कोई बदलाव नहीं देखा गया है। ऐसे में कीमतों में थोड़ी बदलाव होने की संभावना है। अब इसमें वृद्धि के साथ-साथ कीमतों में कमी भी हो सकती है।

इस प्रकार तय होती है एलपीजी और सीएनजी की कीमत : आपको बता दें कि एलपीजी की कीमत तय इंपोर्ट पेरीटी प्राइस फार्मूला इस्तेमाल कर किया जाता है। इसमें क्रूड ऑयल की भाव, समुद्री किराया, इंश्योरेंस, कस्टम ड्यूटी, बंदरगाह का खर्च, डॉलर से रुपये का एक्सचेंज, माल ढुलाई, तेल कंपनी का मुनाफा, बॉटलिंग लागत और जीएसटी आदि शामिल है। करीब-करीब उसी फार्मूला पर सीएनजी की कीमत तय की जाती है। इन दोनों में एक इतना फासला है कि सी एन जी को क्रूड ऑयल से नहीं बल्कि नेशनल गैस से तैयार की जाती है इस कारण से सीएनजी की कीमत नैचुरल एस के आधार पर तय किया जाता है। भारत आवश्यकतानुसार नैचुरल गैस आयात करता है।