डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा किसानों को खेती के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। पीएम मोदी हमेशा आत्मनिर्भर होने की बात करते हैं। वहीं सरकार कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसी तरह अगर आप खेती में एक उछाल के साथ पैसा कमाना चाहते हैं तो आज हम आपको एक बेहतरीन आइडिया दे रहे हैं। हम बात कर रहे हैं मशरूम की खेती की। इसे घर की चारों दीवारों में भी शुरू किया जा सकता है।
मशरूम की खेती के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। इसकी शुरुआत आप कुछ रुपये से भी कर सकते हैं पिछले कुछ सालों में मशरूम की मांग भी बढ़ी है। ऐसे में मशरूम की खेती का व्यवसाय काफी लाभदायक हो सकता है। कैसे करें इसकी खेती अक्टूबर से मार्च के बीच की जाती है। मशरूम बनाने के लिए गेहूं या चावल के भूसे में कुछ रसायनों को मिलाकर खाद खाद तैयार की जाती है। कम्पोस्ट तैयार करने में एक माह का समय लगता है। फिर मशरूम के बीजों को एक सख्त सतह पर 6-8 इंच मोटी परत बिछाकर लगाया जाता है, जिसे स्पॉनिंग भी कहा जाता है। बीजों को खाद से ढक दिया जाता है।
लगभग 40-50 दिनों में आपके मशरूम कटाई और बिक्री के लिए तैयार हो जाते हैं। मशरूम हमेशा बड़ी मात्रा में उपलब्ध रहेंगे। मशरूम की खेती खुले में नहीं होती, इसके लिए एक शेड क्षेत्र की जरूरत होती है। आप इसे किसी भी कमरे में कर सकते हैं। कृषि विश्वविद्यालय और कृषि अनुसंधान केंद्र मशरूम की खेती में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। यदि आप बड़े पैमाने पर इसकी खेती करने की योजना बना रहे हैं, तो इसे एक बार ठीक से प्रशिक्षित करना सबसे अच्छा है। अगर जगह की बात करें तो आप आराम से प्रति वर्ग मीटर 10 किलो मशरूम का उत्पादन कर सकते हैं। मशरूम को कम से कम 40×30 फीट की जगह में तीन फीट चौड़ा रैक बनाकर उगाया जा सकता है।
बंपर कमाई होगी : मशरूम की खेती का व्यवसाय बहुत लाभदायक है। यह लागत के 10 गुना तक का लाभ प्राप्त कर सकता है। आप इसे अपने नजदीकी सब्जी मंडी या होटल में बेच सकते हैं। जहां आप बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं। इसे बेचने के लिए आप ऑनलाइन मार्केट की मदद भी ले सकते हैं।