डेस्क : भारतीय बैंकों ने अनुकंपा आधार (Compassionate Ground) पर नौकरी देने पर बड़ा निर्णय लिया है। अब मंत्रालय के डिपार्टमेंट आफ फाइनेंशियल सर्विस ने अब विवाहित पुत्रों को अनुकंपा आधार पर बैंकों में नौकरी देने का आदेश जारी कर दिया है। भारत सरकार के सेक्रेटरी विजय शंकर तिवारी ने इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) को लेटर जारी कर सभी बैंकों निर्देश जारी कर दिये हैं। जिसके बाद अब बेटों को बैंक में अनुकंपा पर नौकरी मिल पाएगी यदि वे एलिजिबल हुए।
यदि बैंक कर्मचारी पिता की मृत्यु किसी कारणवश रिटायरमेंट के पहले हो जाती है तो उनके जगह ये नौकरी उनके बेटे को दी जाएगी। पिता के पद पर पुत्र को नौकरी मिलना अनुकंपा आधार पर नियुक्ति होना कहते हैं। हालांकि, इसकी शर्त है की नौकरी के लिए बेटे का एलिजिबल होना जरूरी है। कोरोनाकाल में ज्यादातर लोगों ने अपने परिवार के सदस्य या मुखिया को खोया है। तभी से बैंकों में अनुकंपा आधार पर विवाहित बेटे को नौकरी दिये जाने की मांग की जा रही थी।
जून से जारी थी कोशिशें : 20 जून 2022 से ही बैंको में अनुकंपा नियुक्ति को लेकर प्रस्ताव दिए जा रहे थे। IBA की तरफ से लंबे समय से इससे जुड़े कोशिशें की जा रही थी। जिसके बाद अब जाकर वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट आफ फाइनेंशियल सर्विस ने इस विचार पर अपनी सहमति दे दी है। जिसके बाद अब आदेशानुसार बैंक में अनुकंपा नियुक्ति होने लगेगी। बता दें ये आदेश सभी पब्लिक सेक्टर बैंक पर लागू होगा।
बैंक द्वारा कही गई ये बातें : SBI अधिकारियों के अनुसार, “पहले बैंक में इस तरह ही प्रणाली नहीं थी लेकिन अब इस निर्देश से विवाहित पुत्र को फैमिली मेंबर मानते हुए अनुकंपा आधार पर नौकरी मिल पाएगी।” बता दें अनुकंपा नियुक्ति के लिए एलिजिबल होना भी जरूरी है। हालांकि अब अनुकंपा नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। वहीं, BOB के अधकारियों ने बताया “वित्त मंत्रालय ने यह सही दिशा में कदम उठाया है। इससे कोरोना काल में परिवार के अहम सदस्य खोने वाले परिवारों को लाभा होगा।” साथ ही AIBOC बैंक एसोसिएशन ने भी कहा, “कर्मचारी एसोसिएशन की तरफ से काफी लंबे समय से कोशिशें की जा रही थी। वह सरकार के इस फैसले से काफी खुश है।”