RBI ने बढ़ाया रेपो रेट, जान‍िए – अब क‍ितनी बढ़ जाएगी आपके लोन की EMI..

अगर आप कर्ज लेने जा रहे हैं या कर्ज लेने की तैयारी कर रहे हैं तो जान लें। कल से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। कल रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ा सकता है। रेपो रेट बढ़ने से आपका कर्ज महंगा हो जाएगा। नया कर्ज लेना महंगा होगा, साथ ही पुराना कर्ज भी पहले की तुलना में बढ़ेगा। आपकी ईएमआई बढ़ेगी, जिसका सीधा असर आपके पैसे पर पड़ेगा। रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक चल रही है जिसमें रेपो रेट बढ़ाने पर फैसला 30 सितंबर को आ सकता है। इस वित्तीय वर्ष में यह चौथी बढ़ोतरी होगी।

डॉलर के मजबूत होने और महंगाई में तेजी को देखते हुए ज्यादातर विशेषज्ञ रेपो रेट बढ़ने की संभावना जता रहे हैं. अगस्त में खुदरा महंगाई 7 फीसदी रही है, जिस पर काबू पाने के लिए आरबीआई रेपो रेट में 35 से 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर सकता है। देश और दुनिया के हालात को देखते हुए रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। रेपो रेट में बढ़ोतरी से बाहरी बेंचमार्क से जुड़े सभी तरह के फ्लोटिंग रेट रिटेल लोन महंगे हो जाएंगे। ज्यादातर एक्सटर्नल बेंचमार्क रेपो रेट से जुड़े होते हैं। इसलिए रेपो रेट बढ़ने से रिटेल लोन महंगा हो जाएगा।

रेपो रेट में कोई भी बदलाव होम लोन को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा। होम लोन में बदलाव होते ही लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। जो कर्ज एमसीएलआर, बेस रेट और बीपीएलआर से जुड़े हैं, उनकी ईएमआई भी प्रभावित होगी। रिजर्व बैंक अगर रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करेगा तो बैंक अपनी लेंडिंग रेट को 25 से 50 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा सकते हैं। आरबीआई ने इस साल मई से अपने रेपो रेट में 140 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है, जिससे बैंकों के होम लोन की ब्याज दर में 75 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई है।

जानकारों का कहना है कि रेपो रेट बढ़ने से सभी बैंकों के ग्राहकों का कर्ज तेजी से नहीं बढ़ेगा। यह बैंक पर निर्भर करता है कि वह रेपो रेट में बढ़ोतरी को देखते हुए अपने ग्राहकों को कितना मुआवजा देता है। पिछले चार महीने के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो रेपो रेट में बढ़ोतरी के बावजूद बैंकों ने एमसीएलआर में आधे तक की बढ़ोतरी की है। उदाहरण के लिए स्टेट बैंक ने 2022 में एमसीएलआर में 70 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है जबकि अगस्त तक रेपो रेट में 140 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी हुई है। अब सबकी नजर 30 सितंबर को होने वाली एमपीसी की बैठक और रेपो रेट में बढ़ोतरी पर होगी।

अब यह जानना जरूरी है कि रेपो रेट बढ़ने से कितनी ईएमआई बढ़ेगी। उदाहरण के तौर पर अगर किसी व्यक्ति ने स्टेट बैंक से 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का कर्ज लिया है तो उसकी मौजूदा दर 8.35% है। इस रेट पर ग्राहक को 25,751 रुपये की ईएमआई देनी होगी। यह ईएमआई रेपो रेट बढ़ोतरी से पहले की है। अगर आरबीआई रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करता है तो होम लोन की ब्याज दर बढ़कर 8.85 फीसदी हो जाएगी। इस आधार पर ईएमआई बढ़कर 26,703 रुपये हो जाएगी। इस तरह ग्राहक को पहले के मुकाबले 952 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे।