1 अप्रैल से बढ़ जाएंगे बाजार में बिक रही सभी दवाओं के रेट, जानें कितनी हो जाएंगी महंगी

फरवरी में मुद्रास्फीति कम होने की खबरों के बावजूद अप्रैल में दवा की कीमतें बढ़ने की संभावना है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 1 अप्रैल से 700 से ज्यादा दवाएं 10 फीसदी तक महंगी हो सकती हैं. इसमें पैरासिटामोल समेत कई जरूरी दवाएं शामिल हो सकती हैं। दवाओं के दाम गत एक अप्रैल को बढ़ाए गए थे।

विभागीय सूत्रों का दावा है कि उच्च रक्तचाप, बुखार, हृदय रोग, त्वचा रोगों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं सबसे महंगी दवाओं में शामिल हो सकती हैं. इसके अलावा दर्द निवारक और एंटीबायोटिक्स, फ़िनाइटोइन सोडियम, मेट्रोनिडाज़ोल जैसी आवश्यक दवाओं की कीमतें भी अप्रैल से बढ़ सकती हैं। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। वहीं, एनपीपीए का कहना है कि थोक मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) की दर के आधार पर दवा की कीमत बढ़ाई जा सकती है। जानकारी के मुताबिक, दवा उद्योग बढ़ती महंगाई को देखते हुए दवाओं के दाम बढ़ाने पर जोर दे रहा है।

कीमतों में 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है : NPPA सूत्रों ने दावा किया कि अनुसूचित दवाओं की कीमतों में करीब 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। बता दें कि अनुसूचित दवाएं ऐसी दवाएं हैं जिनका मूल्य नियंत्रण होता है। नियमों के मुताबिक बिना सरकार की इजाजत के निर्धारित दवाओं के दाम नहीं बढ़ाए जा सकते। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है। लेकिन सूत्रों का मानना ​​है कि आधिकारिक सूचना मार्च के अंत तक जारी हो सकती है।