डेस्क : हर किसी की यही चाहत होती है कि उसने जो इनवेस्ट किया है वह पैसा सुरक्षित हो और ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिले। निवेश का एक फायदा यह भी होता है कि आपकी तरफ से किया गया निवेश बुरे वक्त में आपके परिवार के काम आ जाता है। इसलिए आप भी यदि चाहते हैं कि किसी परेशानी में या आपकी अनुपस्थिति में आपके परिवार को आर्थिक रूप से मजबूती मिले तो आप आज ही रेगुलर इनकम का इंतजाम कर सकते हैं।
अब आपको इसके लिए आज नहीं तो कल नेशनल पेंशन सिस्टम में निवेश शुरू कर देना चाहिए। आप इसमें परिवार के किसी भी सदस्य के नाम पर यह खाता खुलवा सकते हैं। उदाहरण के लिए आप अपनी पत्नी के नाम पर नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) का खाता खोल सकते हैं जिसमें निवेश किया पैसा आपकी पत्नी को 60 साल की उम्र पूरी होने पर मिलेगा। इसके साथ ही पेंशन के रूप में हर महीने भी रेगुलर इनकम होगी। आप एनपीएस खाते के साथ यह भी तय कर सकते हैं कि आपने पत्नी या परिवार के जिस सदस्य के नाम यह खाता खुलवाया है, उनको हर महीने कितनी पेंशन मिलेगी। इससे 60 साल की उम्र के बाद आपकी पत्नी या कोई दूसरा शख्स पैसों के लिए किसी पर निर्भर भी नहीं रहेंगे। एनपीएस में निवेश करना बहुत ही आसान है।
नेशनल पेंशन सिस्टम जो एक लंबी अवधि का निवेश प्लान है, जिसे सरकारी कर्मचारियों के लिए जनवरी 2004 में शुरू किया गया था। फिर मांग होने पर इसे साल 2009 में सभी कैटगरी के लोगों के लिए ओपन कर दिया गया। अपनी वर्किंग लाइफ के दौरान कोई भी अकाउंट में व्यक्ति पेंशन नियमित निवेश कर सकता है। वह जमा हुए फंड का एक हिस्सा एक मुश्त निकाल सकता है। बाकी बची हुई राशि का यूज वह रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन के लिए कर सकता है और आप इसमें हर महीने या सालाना पैसे भी जमा कर सकते हैं।
आप सिर्फ़ 1,000 रुपये महीने से NPS अकाउंट खोल सकते हैं जो 60 साल की उम्र में NPS अकाउंट मैच्योर हो जाता है। नए नियमों के तहत 60 साल की उम्र से ज्यादा तक आप NPS अकाउंट कंटीन्यू रख सकते हैं। उदाहरण के यदि लिए आपने अपनी पत्नी का 30 साल की उम्र में NPS अकाउंट खोला है और आप उसमें हर महीने 5000 रुपये का निवेश करते हैं तो इस पर अगर 10 प्रतिशत सालाना रिटर्न मिलता है तो ऐसे में 60 साल की उम्र में उनके अकाउंट में कुल 1.13 करोड़ रुपये होंगे। इस राशि में से 40 प्रतिशत करीब 45 लाख रुपये एकमुश्त मिल जाएंगे। बाकी से लगभग 45 हजार रुपये महीने की पेंशन मिल जाएगी।