कमरतोड़ महंगाई से जनता परेशान! अब बढ़ेगा आटा-चावल का भाव, जानें- क्या होगी नई कीमत..

Inflation : वैश्विक स्तर पर भी इस समय चावल की कीमत अपने 15 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। दूसरी तरफ देश में लगातार आटा और दाल की कीमत भी बढ़ रही है जिससे लोगों को महंगाई की चिंता होने लगी है। इसके पीछे दाल और गेंहू का उत्पादन कम होना मुख्य कारण है।

इस बार दाल और गेहूं की बुवाई कम होने से दाल और आटा की कीमत बढ़ सकती है। जानकारी के अनुसार गेहूं की बुवाई में 5 फीसदी और दाल की बुवाई में 8 फीसदी की कमी हुई है। लेकिन सरकार बारिश होने पर इसकी पूर्ति कर सकती है। परन्तु ऐसा नहीं हुआ तो इस बारे आटा और दाल की कीमत एक बार फिर से बढ़ सकती है, जिससे महंगाई भी बढ़ेगी और आम जनता परेशान होगी।

कम गेहूं की बुवाई

रिपोर्ट से पता चला है कि इस बार गेहूं और दाल की बुवाई कम हुई है और इसके पीछे मुख्य कारण बारिश है। जानकारी के अनुसार देश में गेहूं की बुवाई में 5 फीसदी की कमी आई है। इस साल अब तक गेहूं की बुवाई 141 लाख हेक्टेयर में हुई है। जबकि पिछले साल इसी समान अवधि में गेहूं की बुवाई 149 लाख हेक्टेयर में हुई थी।

दाल की कितनी कम बुवाई हुई

सूत्रों के अनुसार इस बार दाल की बुवाई 8 फीसदी कम हुई है। अब देश में 940 लाख हेक्टेयर में दालों की बुवाई हो चुकी है। जबकि पिछले साल समान अवधि में ये बुवाई 103 लाख हेक्टेयर में हुई थी। इसका मतलब है कि दाल के उत्पादन में काफी कमी देखने को मिल सकती है और इस कारण से दाल की कीमतें भी आसमान छूने को तैयार है।

सरकार को बारिश से उम्मीद

अब तक दोनों फसलों के लिए पर्याप्त बारिश नहीं हुई है और उम्मीद है कि सरकार बारिश आते ही इसकी कमी को पूरा कर लेगी। लेकिन इसकी उम्मीद कम ही लगाई जा रही है। अगर बुवाई नहीं हुई तो आटा और दाल की कट बढ़ सकती है।

जिससे देश में महंगाई दर में बढ़ोतरी होगी। कुछ महीने पहले लोगों को टमाटर और फिर प्याज की महंगाई से परेशान होना पड़ा था। अगर समय पर बारिश नहीं हुई और दोनों फसलों की बुवाई नहीं बढ़ी तो आम लोगों की किचन का बजट बढ़ जाएगा।