महंगाई का नया रिकॉर्ड! सब्जियों के साथ अब रिफाइंड और सरसों तेल ₹10 लीटर हुआ महंगा, जानें- लेटेस्ट रेट..

डेस्क : देश में इन दिनों खाना-पीना महंगा होता जा रहा है, जिससे घर का बजट बिगड़ रहा है। मंडी में सब्जियों की आवक बढ़ी है, लेकिन उसके बाद भी खुदरा कीमतों में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है। शिमला मिर्च, फूलगोभी, बीन्स समेत कई सब्जियों के दाम अभी भी 100 रुपये प्रति किलो के पार है। वहीं, दूसरी ओर खाद्य तेलों की कीमतों में भी तेजी देखने को मिल रही है।

पिछले एक सप्ताह में रिफाइंड से लेकर रिफाइंड तक सरसों के तेल की कीमतों में 10 रुपये तक का इजाफा हुआ है। सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण परिवहन लागत में वृद्धि और दिल्ली से सटे राज्यों से पर्याप्त आवक नहीं होना बताया जा रहा है। मंडी के एजेंट ने बताया कि पिछले एक से दो सप्ताह में आवक बढ़ी है। थोक कीमतों में भी थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ने से सब्जियों को बाजार से दुकान तक ले जाने का भाड़ा बढ़ गया है, जिससे कीमतों में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है।

तेल में 10 रुपये का उछाल : सब्जियों के साथ-साथ अब खाद्य तेलों के दाम भी बढ़ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह के भीतर न्यूनतम और अधिकतम कीमतों में करीब 10 रुपये का इजाफा हुआ है। खारी बावली व्यापारी हेमंत गुप्ता का कहना है कि सरसों के तेल समेत अन्य तेलों के दाम बढ़ गए हैं।असली चिंता आने वाले दिनों को लेकर है, क्योंकि इंडोनेशिया ने पाम तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत अपनी जरूरत का करीब 60 फीसदी अकेले इंडोनेशिया से खरीदता है। इससे पाम ऑयल महंगा होने की संभावना है। क्योंकि, अगर पाम तेल की कीमत बढ़ती है, तो जाहिर है कि लोग दूसरे तेलों का इस्तेमाल करेंगे। अब दूसरे तेल की खरीद बढ़ने से इनके दाम प्रभावित होना तय है।

खाद्य तेलों की खुदरा कीमतें

  • सरसों का तेल 160-195 रुपए प्रति लीटर
  • परिष्कृत 110- 160
  • वनस्पति घी 2600 रुपये (15 किलो)
  • तिल का तेल 220-260

सब्जी की कीमतें

  • शिमला मिर्च 100-120
  • फूलगोभी 100-110
  • बीन्स 110-130
  • लफ़ा 80-110
  • टमाटर 40-60
  • भिंडी 70-90
  • लौकी 40-70