नए फॉर्मूला से बंपर बढ़ेगी कर्मचारियों की सैलरी? हर साल तय होगी Basic Salary, जानें – ताजा अपडेट..

डेस्क : सरकारी नौकरी मिलना हीं खुशियों का पिटारा है। नौकरी मिलने के बाद भी खुशियों की सौगात तो मिलते ही रहती है। अभी कुछ दिन पहले ही वह सत्ता में बढ़ोतरी का सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को तोहफा दिया था। अब आप सोच रहे हैं कि आठवां वेतन आयोग लागू होगा क्या ? लेकिन मिली जानकारी के अनुसार आठवां वेतन आयोग अभी लागू नहीं होगा लेकिन उसके बदले सैलरी में इजाफा का नया फार्मूला तैयार होगा।

अभी तक सैलरी फिटमेंट फैक्टर के अनुसार बढ़ती थी। लेकिन अब ढांचा बदलने की तैयारी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब हर वित्तीय वर्ष में बेसिक सैलरी में इजाफा होगा। खैर सरकार इस बदलाव को 2024 के बाद अमल में लाने की तैयारी कर रही है। आपको बताते चलें सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू हुआ था लेकिन अब सरकार वेतन बढ़ाने को लेकर नया फार्मूला तैयार कर रही है। हालांकि सरकार की तरफ से इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन लोगों का मानना है कि हर साल वेतन में वृद्धि एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार वेतन बढ़ाने का नया फॉर्मूला Aykroyd पर अमल कर रही है। खैर इस फार्मूले पर चिंतन मनन बहुत समय से हो रहा है। वर्तमान में फिटमेंट फैक्टर के अनुसार सरकारी कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय होती है। इस फार्मूला के तहत हर छमाही में डीए रिवाइज होता है। लेकिन बेसिक सैलेरी से कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाता है। लेकिन नए फॉर्मूला के अनुसार कर्मचारियों की वर्किंग परफॉर्मेंस, कॉस्ट ऑफ लिविंग इत्यादि को ध्यान में रखते हुए सैलरी में बढ़ोतरी की जाएगी। वर्तमान में ग्रेड पे के अनुसार अलग-अलग सैलरी में कर्मचारियों की सैलरी में बहुत अंतर है।

इसी अंतर को खत्म करने के लिए नया फार्मूला लाया जा रहा है। इससे कर्मचारियों की सैलरी में ज्यादा अंतर नहीं होगा। सरकारी व्यवस्था में वर्तमान में 14 पे ग्रेड है। हर पे ग्रेड में कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक शामिल रहते हैं। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने जी बिजनेस डिजिटल से बातचीत में बताया कि “केंद्रीय कर्मचारियों के रहन-सहन को बेहतर बनाना ही सरकार का मकसद है। नए फॉर्मूले का सुझाव अच्छा है, लेकिन अभी तक ऐसे किसी फॉर्मूले पर चर्चा नहीं हुई है। 8वां वेतन आयोग में क्या होगा यह कहना अभी जल्दबाजी है”। जब सातवां वेतन आयोग लागू हो रहा था तभी जस्टिस माथुर ने इस नए फार्मूले की तरफ इशारा कर दिया था। उन्होंने कहा था हम पे स्ट्रक्चर पर ध्यान दे रहे हैं। ज्ञात हो कि Aykroyd फॉर्मूला के जनक वॉलेस रुडेल आयकरॉयड है। वॉलेस रुडेल आयकरॉयड के अनुसार आम आदमी के लिए भोजन और कपड़ा सबसे बेसिक जरूरी है। इनकी कीमत बढ़ने के साथ कर्मचारियों की सैलरी में भी बढ़ोतरी होना चाहिए।