कमरतोड़ दाम पर पहुंचा सरसों तेल का भाव, 20% और महंगा होगा खाने का तेल, जानिए – नया रेट..

डेस्क : समूचे देश इस वक्त भारी महंगाई से जूझ रही है, ऊपर से फिर से महंगाई की खबर आ रही है, ऐसे में आम लोगों के जेब पर क्या असर पड़ेगा इसका अंदाजा आप लगा सकते है, रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को लेकर लगातार कच्चे तेल के दामों में उछाल हो रही है।

ऐसे में आपके किचन का बजट फिर से बढ़ने वाला है। बता दे की सूरजमुखी तेल के सबसे बड़े उत्‍पादक देश रूस और यूक्रेन से इसका निर्यात लगभग बंद हो गया है, जिससे Palm Oil की मांग जबरदस्‍त रूप से बढ़ी है।एक्सपर्ट का कहना है कि ग्‍लोबल मार्केट के दबाव में इंडिया में पहली बार पाम तेल सहित सरसो का तेल इतना महंगा हो गया। आगे भी पाम तेल सहित सरसो तेल के दाम 15-20 फीसदी महंगे हो सकते हैं।

मालूम हो की रूस और यूक्रेन दुनिया को कुल सूरजमुखी तेल का करीब 70 फीसदी निर्यात करते हैं और इसमें आई कमी को अब पाम तेल के जरिये पूरा किया जा रहा है। एक्सपर्ट की मानें तो पाम तेल के सबसे बड़े उत्‍पादक देश मलेशिया में मई, 2020 में इसके भाव 1,937 रिंगित (मलेशियाई मुद्रा) थे, जो अब बढ़कर 7,100 रिंगित पहुंच गए हैं, यानी 2 साल से भी कम समय में इसकी दामों तीन गुने से भी ज्‍यादा बढ़ चुकी हैं, यह अब तक की सबसे ज्‍यादा कीमत है, बीते दिनों वायदा भाव 7 फीसदी उछाल पर पहुंच गया था।

बता दे की पाम तेल का यूज सभी प्रकार के रिफाइंड तेल में किया जाता है, आप चाहे मूंगफली का तेल खरीदते हों या सोयाबीन का, उसमें पाम तेल की मिलावट होती है, पहले सरसों के तेल में भी इसकी मिलावट की जाती थी, लेकिन दो साल पहले सरकार ने इस पर बैन लगा दिया। मतलब साफ है कि पाम तेल के दाम बढ़ने से सरसों को छोड़कर सभी तरह के खाने के तेल महंगे हो जाएंगे, जिनके दाम पहले से ही 15 रुपये लीटर महंगे चल रहे हैं।