डेस्क : अगर आप भी मनरेगा कामगार है तो यह खबर आपको खुश कर देगी। दरअसल, केंद्र सरकार प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) के दायरे को बढ़ा सकती है। इसके लिए मनरेगा के कामगारों को भी दायरे में लाया जाएगा।
SBI की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के जरिये आजीविका सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। हमारा प्रस्ताव है कि मनरेगा कामगारों को अनिवार्य रूप से PMJJBY और PMSBY के अंतर्गत लाया जा सकता है। इसके लिये सिर्फ 342 रुपये (330 रुपये और 12 रुपये) का ही भुगतान करना होगा। इसका बोझ सरकार उठा सकती है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महज़ 10% परिवार/ व्यक्ति 100 दिन का काम पूरा करते हैं। अनिवार्य रूप से इन बीमा योजनाओं से जुड़ने को लेकर 400 से 500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस खर्च का बोझ सरकार वहन कर सकती है। आपको बता दे की बीमा की पहुंच वित्त वर्ष 2000-01 में 2.71% थी। बीमा क्षेत्र को उदार बनाने से वित्त वर्ष 2008-09 में यह बढ़कर 5.20% हो गयी। लेकिन 2013-14 में यह घटकर 3.30% पर आ गयी है।
सरकार के समर्थन और सार्वभौमिक बीमा योजनाओं (PMJJBY,PMSBY) से बीमा की पहुंच 2014-15 से 2020-21 के बीच बढ़कर 4.20% पर पहुंच गयी। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 18 से 50 वर्ष की आयु के लोगों के लिये सालाना 330 रुपये प्रीमियम पर उपलब्ध है। इस योजना के तहत जीवन बीमा 2 लाख रुपये का है। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना 18 से 70 वर्ष के आयु के लोगों के लिये है। सालाना 12 रुपये के प्रीमियम के साथ इस योजना के तहत दुर्घटना के कारण आकस्मिक मृत्यु और पूर्ण विकलांगता की स्थिति में दो लाख रुपये और आंशिक विकलांगता के मामले में एक लाख रुपये का का बीमा कवर दिया गया है।