डेस्क : कम प्रीमियम होने के बाद भी केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री बीमा योजनाओं का लाभ लेने में लोग अब भी पीछे हैं। जिले में सभी बैंकों में 6 लाख 13 हजार पॉलिसीधारक मौजुद हैं। जबकि, सामान्य खाताधारक दोगुना हैं। पिछले साल के तुलना पॉलिसीधारकों की संख्या करीब 68 हजार कम हुई है। इसकी वजह प्रीमियम जमा नहीं करने के साथ प्रीमियम की बढ़ी दर को भी माना जा सकता है।
पीएमजेजेबीवाय का लाभ : खाताधारक को 436 रुपए वार्षिक प्रीमियम जमा करनी पड़ती है। बैंकों के मुताबिक 18 से 50 वर्ष तक के व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सकते हैं। यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नामित व्यक्ति को दो लाख रुपए तक का जीवन बीमा धन प्राप्त होती है। इसकी परिपक्वता 55 साल की उम्र में होती है। इस स्कीम का लाभ लेने वाले जिले में अभी एक लाख 67 हजार 113 लोग मौजुद हैं।
दुर्घटना बीमा के लिए 20 रुपए : पीएमएसबीवाय योजना के मुताबिक 20 रुपए के सालाना प्रीमियम पर करीब दो लाख रुपए का दुर्घटना बीमा पॉलिसीधारक को मिलेगा. इसमें बीमाधारी को दुर्घटना या हादसे में मृत्यु या अपाहिज होने की स्थिति में लाभ मिलेगा. मृतक के परिवार को बीमा की राशि प्राप्त होती है। वही 70 वर्ष की आयु तक इसका लाभ मिल सकता है। बैंक खाता से बीमाधारी का प्रीमियम हर वर्ष तय अवधि में कट जाता है.
अब बढ़ गया प्रीमियम : दोनों योजनाओं का प्रीमियम बढ़ चुका है। पहले पीएमएसबीवाय के तहत पॉलिसीधारक को 12 रुपए वार्षिक प्रीमियम देना होता था। अब यह राशि 20 रुपए हो चुकी है। पीएमजेजेबीवाय के तहत अभी 330 रुपए वार्षिक प्रीमियम देना पड़ता था। अब 436 रुपए देने हैं. मैनेजर, लीड बैंक उमेंद्र सिंह, ने बताया कि केंद्र सरकार की दोनों बीमा योजना ग्राहकों के लिए लाभकारी साबित हुई हैं. वही खाताधारक इसका लाभ ले सकता है. लेकिन अभी भी कई लोग इस योजना का लाभ लेने में पीछे हैं. तो कुछ नियमित रूप से प्रीमियम जमा नहीं करते.