अगर आपके पास भी यह ₹1 का पुराना नोट है तो आप बन सकते हैं लखपति, फटाफट घर में खोजिए..

डेस्क : अगर आप अपने पैसों की गिनती कर सकते हैं, तो समझ लीजिए कि आपके पास बहुत ज्यादा पैसे नहीं है। जब उम्र के कच्ची पड़ाव पर था तब भी यह वाक्य सुना था और अब जब पैसा अपनी उम्र के कच्ची पड़ाव पर है तब भी यह वाक्य सुनता हूं। लेकिन कहतें हैं न एक आंधी का बयार बहता है और पुरानी पड़तों को ढकते हुए नया जमीन तैयार करता है।

अगर आपको कोई बोले ₹1 का नोट आपको लखपति बना सकता है तो आप विश्वास करेंगे क्या ? लेकिन समय का यह चक्र इतना तेजी से बदल रहा है कि अविश्वसनीय बात कब विश्वसनीय बन जाए पता ही नहीं चलता। पढ़िए इस लेख में कैसे दरवाजे की चौखट पार किए बिना लखपति बन सकते हैं। दरअसल 1 रुपए के नोट पर वित्त सचिव का हस्ताक्षर होता है। इस नोट को छोड़कर बाकी सब नोट पर आरबीआई के गवर्नर का हस्ताक्षर होता है और सभी नोट के मूल्यों के जिम्मेवार आरबीआई के गवर्नर ही होते हैं।

जब कोई वस्तु पुराना हो जाता है तब वह एंटी कैटेगरी में आता है। एंटी कैटेगरी के वस्तुओं का अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत डिमांड रहता है। अधिक डिमांड रहने के कारण चीजों की कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है। ऑनलाइन ऐसी कई वेबसाइट है जो पुराने नोटों की खरीद बिक्री करती है। इन वेबसाइटों में प्रमुख वेबसाइट है ओएलएक्स। OLX पर पुरानी और रेयर नोटों की खूब नीलामी होती है। इस वेबसाइट पर सबसे पहले आपको अपना लॉगिन आईडी बनाना होगा।

उसके बाद ही आप सिक्कों की नीलामी कर पाएंगे। नीलामी के लिए सबसे पहला काम आपको अपने सिक्कों की फोटो अपलोड करनी होगी। दादा परदादा के जमाने के समय में चलने वाली नोट और सिक्कों की नीलामी आप कर सकते हैं। ऑनलाइन नीलामी में खरीदार आप से सीधा संपर्क करता है। भुगतान और डिलीवरी आप अपने आपसी तालमेल के अनुसार अपनी शर्तों पर कर सकते हैं।

नीलामी की प्रक्रिया :-

  1. WWW.OLX.COM पर जाएं।
  2. इसके बाद खुद को सेलर के रूप में रजिस्टर करें। अगर आपने रजिस्ट्रेशन पहले से किया हुआ है तो फिर आप लॉगइन कीजिए।
  3. लॉगिन करने के बाद आप अपने नोट की फोटो और कीमत डाल दे।
  4. जब आपका विज्ञापन लाइव हो जाएगा तो फिर खरीदार आपसे संपर्क करेंगे।
  5. उसके बाद खरीदार से आप कीमत इत्यादि तय कर सकते हैं।

मालूम हो कि ₹1 का पहला नोट 30 नवंबर 1917 में छपा था और उस नोट पर किंग जॉर्ज पंचम की तस्वीर थी। मीडिया रिपोर्ट्स पर पर गौर करें तो ₹1 के नोट की छपाई 1926 में बंद कर दी गई थी। लेकिन कुछ सालों बाद 1940 में इसकी छपाई फिर से शुरू कर दी गई थी। गौरतलब है कि 1994 में इस नोट की छपाई दोबारा बंद कर दी गई थी, लेकिन 2015 में सरकार ने फिर से इस नोट को छापना शुरू कर दिया।