आखिर दलालों को कंफर्म Train टिकट कैसे मिल जाता है? जबकि स्‍वयं टिकट बुक करने पर नहीं मिलता..

डेस्क : ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए यह खबर काम की है। रेल यात्रियों के टिकट से संबंधित कई शिकायतें हैं। इसमें से सबसे उपर टिकट कंफर्मेशन को लेकर है। कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि आप टिकट बुक करें तो टिकट कंफर्म नहीं होती। वहीं यदि किसी दलाल से संपर्क करने पर ट्रेन में उसी तारीख को टिकट कंफर्म मिल जाएगी। इस टिकट के बदले दलाल यात्रियों से भारी पैसा वसूल लेते हैं। इसको लेकर कई बार शिकायत भी की गई है। इन मामलों में आरपीएफ के द्वारा छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी अवैध सॉफ्टवेयर तैयार कर यात्रियों से अधिक पैसे लेकर कंफर्म टिकट देते थे।

आरपीएफ ने की बड़ी कार्यवाइ : बता दें कि रेलवे की ओर से ऐसे दलालों को पकड़ने के लिए कई अभियान चलाया जाता रहा है। इसी कड़ी में आरपीएफ ने गैरकानूनी सॉफ्टवेयर की सहायता से टिकट बेचने वाले कई दलालों को धर दबोचा है। इस अभियान के तहत राजकोट के रहने वाले मदन नाम का एक ट्रेवल एजेंट को पकड़ा गया है। यह व्यक्ति कोविड एक्स वह दूसरे अवैध सॉफ्टवेयर की सहायता से बड़ी संख्या में टिकट बेच रहा था। इसके अलावा सॉफ्टवेयर डेवलपर अभिषेक शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि अभिषेक ने अवैध सॉफ्टवेयर तैयार करने की बात को मान ली है। इस गिरोह में शामिल तीन अन्य आरोपी को भी पकड़ लिया गया।

अवैध सॉफ्टवेयर से टिकट बेच कमाया 28 करोड़ : आरपीएफ के मुताबिक आरोपियों के पास से करीब 1700 से अधिक आगामी यात्रा के लिए काटे गए टिकट बरामद की गई है। इन टिकटों की कीमत की बात करें तो 43 लाख रुपए से अधिक है। इस मामले में कई जानकारी सामने आ रही है, जो की हैरान कर देने वाली है। अवैध सॉफ्टवेयर डेवलप करने वाले आरोपी इससे पहले करीब 28 करोड़ रुपए केवल कमीशन के रूप में कमा चुका है। आरपीएफ की ओर से अभियान में तेजी तेजी लाने के साथ इसमें शामिल सभी आरोपियों की तलाश जारी है।