डेस्क : बेटियों के लिए सिर्फ केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि राज्य सरकारें भी उनकी चिंता करते हुए कई तरह की लाभकारी योजनाएं क्रियान्वित करती हैं इस लेख में हम बात करने वाले हैं दिल्ली सरकार की लाडली योजना के बारे में जिसके तहत दिल्ली सरकार बच्चियों के पैदा होते ही उनकी पूरी जिम्मेदारी उठाना शुरू कर देती है,
बच्चियों के जन्म के समय ही उनके अभिभावक के खातों में ₹11000 की राशि प्रदान की जाती है सिर्फ यही नहीं उनकी पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्चा राज्य सरकार उठाती है और इंटरमीडिएट तक पहुंचने तक बच्ची के खाते में ₹100000 की सहायता भी प्रदान की जाती है
किसे मिलेगा इस योजना का लाभ: दिल्ली सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उन बेटियों को मिलता है जो सरकारी अस्पताल में पैदा हुई हो या फिर घर पर पैदा हुई हो ऐसी बच्चियां जो निजी अस्पतालों में पैदा होती हैं उन्हें इस दिल्ली सरकार के लाडली योजना से बाहर रखा गया है,
जो लड़कियां सरकारी अस्पताल में जन्म लेती हैं जन्म के समय ही उनके बैंक अकाउंट में ₹11000 की राशि प्रदान की जाती है जबकि घर पर जन्म लेने वाली बच्चियों के बैंक अकाउंट में ₹10000 क्रेडिट होता है यही नहीं बच्चियों की पढ़ाई लिखाई की भी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार तय करती है और 12वीं कक्षा तक पहुंचने तक उसके अकाउंट में ₹10000 क्रेडिट कर दिया जाता है जब बच्ची 18 साल की हो जाती है तब इस पैसे को withdraw किया जा सकता है
भ्रूण हत्या को रोकना है मकसद: बेटियों के लिए ऐसी लाभान्वित योजनाएं क्रियान्वित करने का एक मकसद यही है कि भ्रूण हत्या को रोका जाए, बच्चियों को उच्च शिक्षा में भी सहायता प्रदान की जाए उनकी पढ़ाई लिखाई का खर्चा राज्य सरकार तय करें और उन्हें आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करें और उनको सक्षम बनाएं इस तरह की योजनाओं से लोगों की सोच बदलेगी और भ्रूण हत्या पर रोक लगाई जाएगी