शादीशुदा लोगों का खुल गई किस्मत! सरकार हर माह देगी 44,793 रुपये, जानिए डिटेल में..

डेस्क : यदि आप चाहते हैं कि आपकी पत्नी का भविष्य सुखमय हो ताकि आपकी अनुपस्थिति में घर में आय का साधन हो और भविष्य में आपकी पत्नी पैसों के लिए किसी पर निर्भर न रहे तो आज आप उसके लिए नियमित आय का प्रबंध कर सकते हैं। इसके लिए आपको राष्ट्रीय पेंशन योजना में ही निवेश करना चाहिए।

पत्नी के नाम खुलवाएं नया पेंशन सिस्टम अकाउंट : आप अपनी पत्नी के नाम से नया पेंशन सिस्टम (NPS) अकाउंट खोल सकते हैं। NPS खाता आपकी पत्नी को 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर एकमुश्त राशि देगा। इसके साथ ही उन्हें हर महीने पेंशन के रूप में नियमित आय भी आती रहेगी । इतना ही नहीं NPS अकाउंट से आप यह भी तय कर सकते हैं कि आपकी पत्नी को हर महीने कितनी पेंशन मिलेगी। इससे आपकी पत्नी 60 साल की उम्र के बाद पैसों के लिए किसी पर भी निर्भर नहीं रहेगी। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से।

निवेश करना भी बहुत आसान है : न्यू पेंशन सिस्टम (एनपीएस) खाते में आप अपनी सुविधा के अनुसार हर महीने या सालाना पैसा जमा कर सकते हैं। आप अपनी पत्नी के नाम पर सिर्फ 1,000 रुपये से एनपीएस खाता खोल सकते हैं। एनपीएस अकाउंट 60 साल की उम्र में मैच्योर होता है। नए नियमों के तहत आप चाहें तो पत्नी की उम्र 65 साल होने तक भी एनपीएस अकाउंट चला सकते हैं।

मासिक आय 45 हजार तक : उदाहरण के लिए, अगर आपकी पत्नी 30 साल की है और आप उसके एनपीएस खाते में हर महीने 5000 रुपये निवेश करते हैं। अगर उन्हें सालाना निवेश पर 10 फीसदी रिटर्न मिलता है तो 60 साल की उम्र में उनके खाते में कुल 1.12 करोड़ रुपये होंगे। इसमें से उन्हें करीब 45 लाख रुपये मिलेंगे। इसके अलावा उन्हें हर महीने करीब 45,000 रुपये पेंशन मिलने लगेगी। सबसे खास बात यह है कि उन्हें यह पेंशन जीवन भर मिलती रहेगी।

फंड मैनेजर खाता प्रबंधन करता है : NPS केंद्र सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना है। इस योजना में आप जो पैसा निवेश करते हैं उसका प्रबंधन एक पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है। केंद्र सरकार इन पेशेवर फंड मैनेजरों को यह जिम्मेदारी देती है। ऐसे में एनपीएस में आपका निवेश पूरी तरह सुरक्षित है। हालांकि, इस योजना के तहत आपके द्वारा निवेश किए गए पैसे पर रिटर्न की गारंटी नहीं है। वित्तीय योजनाकारों के अनुसार, NPS ने अपनी स्थापना के बाद से औसतन 10 से 11 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न दिया है।