Bank Charge : सरकारी हो या प्राइवेट बैंक चुकाने होते है ये 8 चार्ज, जानें- कितना पड़ता है असर…

Bank Charges List : आजकल लोगों के बैंकों में खाते होना आम बात हो चुकी है लेकिन कई लोग ऐसे हैं जिनके बैंकों में अनेक खाते हैं। आपको बता दे कि बैंकों में खाता होना आम बात है लेकिन इन पर लगने वाले चार्ज भी सभी के लिए आम है।

कई बार हम किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो चार्ज लगता है या फिर किसी को पैसा भेजते है तो चार्ज लगता है या फिर इसी तरह की मेंटेनेंस फीस भी बैंक लेता रहता है। सभी बैंक हैं जो अपने ग्राहकों से कुछ ना कुछ चार्ज लेते हैं। ऐसे में कुछ चार्ज ऐसे हैं जो सभी बैंकों के समान है। आइये आपको बताते हैं कि बैंकों द्वारा आपसे कौन-कौन से चार्ज लिए जाते हैं?

  1. कैश ट्रांजैक्शन चार्ज : अलग-अलग बैंकों में निश्चित सीमा तक ही आप कैश का लेनदेन कर सकते है। अगर आप दी गई सीमा से ज्यादा कैश का लेनदेन करते है तो आपको इसके लिए आपको अतिरिक्त चार्ज देना पड़ता है।
  2. एटीएम से पैसे निकालने पर : नगद लेनदेन के अलावा एटीएम से पैसे निकालने के लिए सीमा तय की गई है। अधिकतर बैंकों में अन्य बैंक के एटीएम से एक महीने में चार या पांच बार आप पैसा निकाल सकते हैं। अगर आप इससे ज्यादा बार पैसे निकालते हैं तो आपको चार्ज देना पड़ता है।
  3. फेल्ड एटीएम ट्रांजैक्शन : अगर आपके खाते में पर्याप्त राशि नहीं है और आप फिर भी अपने एटीएम से ज्यादा पैसे निकालने की कोशिश करते हैं तो यह ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है। अगर कोई ट्रांजैक्शन फेल होता है तो इस पर भी बैंक द्वारा आपसे चार्ज लिया जाता है।
  4. मिनिमम बैलेंस चार्ज : सभी बैंकों का नियम होता है कि उसके बचत खाते या चालू खाते में न्यूनतम बैलेंस होना जरूरी है। अगर आप अपने बैंक खाते में न्यूनतम बैलेंस की राशि नहीं रखते हैं तो आपसे इस पर चार्ज लिया जा सकता है। यह चार्ज हर बैंक का अलग-अलग होता है।
  5. SMS चार्ज : कई बार आपके पास बैंक के द्वारा कोई एसएमएस आते हैं और इनमें आपके लेनदेन की या अन्य कोई जरूरी सूचना की जानकारी होती है। बैंक द्वारा भेजे जाने वाले SMS पर भी आपके बैंक खाते से चार्ज काटने जाता है। यह चार्ज आपसे हर 3 महीने या साल भर से लिया जाता है।
  6. कार्ड बदलवाने का चार्ज : अगर आपका डेबिट कार्ड कहीं गुम हो गया है या चोरी हो गया है या फिर इसकी एक्सपायरी डेट आ गई है तो आपको नया डेबिट कार्ड बनवाना पड़ता है। अगर आप नया डेबिट कार्ड बनवाते हैं तो इस हालत में आपसे बैंक द्वारा चार्ज लिया जाता है।
  7. चेक फीस या चेक क्लियरेंस चार्ज : रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा यह निर्देश जारी किया गया है कि 1 लाख रुपये के चेक पर आपसे कोई फीस नहीं ली जाती है। इसके अलावा SBI बैंक द्वारा सेविंग अकाउंट वाले को 10 चेक फ्री दिए जाते हैं। लेकिन आपको अधिक चेक वाली चेक बुक लेनी है तो इसके लिए अतिरिक्त चार्ज देना होता है।
  8. IMPS फंड ट्रांसफर चार्ज : अब ग्राहकों के लिए लगभग सभी बैंकों ने NEFT और RTGS के लिए लगने वाले चार्ज को मुक्त कर दिया है लेकिन अभी तक भी कुछ बैंक ऐसे हैं जिनके द्वारा IMPS फंड ट्रांसफर के लिए चार्ज लिया जाता है।