Google दे रहा ₹25 लाख जीतने का मौका – बस ये छोटा सा काम कीजिए और आराम से ..

डेस्क : Google ने हाल ही में नया बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च किया है, जिसके तहत कंपनी अपने ओपन सोर्स प्रोजेक्ट्स की कमजोरियां खोजने वालों को 31,337 डॉलर (लगभग 25 लाख रुपये) से पुरस्कृत करेगी। भेद्यता की गंभीरता और परियोजना के महत्व के आधार पर, 100 डॉलर से 31,337 डॉलर तक के पुरस्कार दिए जायेंगे।

गूगल ने अपने ओपन सोर्स सॉ़फ्टवेयर भेद्यता पुरस्कार कार्यक्रम (ओएसएस वीआरपी) को लॉन्च करते हुए कहा कि ‘बड़ी मात्रा असामान्य या विशेष रूप से दिलचस्प कमजोरियों पर भी जाएगी इसलिए रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया जाएगा।’

गोलंग, एंगुलर और फ्यूशिया जैसी प्रमुख परियोजनाओं के मेंटेनर के रूप में, गूगल की गिनती दुनिया में ओपन सोर्स के सबसे बड़े योगदानकर्ताओं और उपयोगकर्ताओं में से एक में की जाती है। बीते साल कम्पनी ने ओपन सोर्स सप्लाई चेन को लक्षित करने वाले हमलों में साल-दर-साल 650 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी।

गूगल के स्वयं के भेद्यता इनाम कार्यक्रम (वीआरपी) के साथ, शोधकर्ताओं को अब बग खोजने के लिए पुरस्कार दिया जाएगा। जो की संभावित रूप से पूरे खुले स्रोत पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करेगी। मूल वीआरपी कार्यक्रम दुनिया में पहले कार्यक्रमों में से एक है और अब इसकी 12वीं वर्षगांठ आ रही है।

डिजिटल सेफ्टी के लिए नई घोषणा : गूगल ने भारत में कई नए ऑनलाइन सुरक्षा पहल की भी घोषणा की। इस पहल में लगभग एक लाख डेवलपर्स को कौशल प्रदान करने के लिए कई शहरों में साइबर सुरक्षा रोड-शो और सामुदायिक संगठनों को गूगलडॉटओआरजी से 20 लाख डॉलर का डिजिटल सुरक्षा केंद्रित अनुदान तक जैसे कई बातें शामिल है।

एक कार्यक्रम में इन पहल की घोषणा करते हुए गूगल इंडिया के उपाध्यक्ष और भारत में प्रमुख संजय गुप्ता ने कहा कि “इन सभी प्रयासों का उद्देश्य साइबर खतरों के खिलाफ देश की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था की सामूहिक क्षमता को मजबूत करना है।

इन उपायों का उद्देश्य साइबर सुरक्षा कौशल, उपयोगकर्ता जागरूकता और अधिक जोखिम वाले समुदायों के लिए समर्थन को प्राथमिकता देना है। वह देशभर में लगभग एक लाख डेवलपर्स, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और स्टार्टअप पेशेवरों को बढ़ाने के लिए कई शहरों में साइबर सुरक्षा रोड-शो आयोजित करेगी। कंपनी ने आईटी मंत्रालय और डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के समर्थन से कई भाषाओं में उपयोगकर्ता जागरूकता अभियान चलाने की भी घोषणा की है।”