डेस्क : आजादी के बाद से देश में जो काम नहीं हुआ था, मोदी सरकार ने वह काम करके दिया है। सबसे ज्यादा इसका फायदा आम आदमियों को होगा। भारत सबसे ज्यादा गोल्ड खरीदने वाला देश है, लेकिन अब तक कुछ बैंकों का शिकंजा देश में गोल्ड के आयात पर था। यही कारण था कि आयात काफी महंगा हो जाता था और इससे न केवल ज्वैलर्स परेशान रहते थे, बल्कि सोना लोगों को भी महंगा मिलता था। लेकिन इससे अब मुक्ति मिल गई है। देश में इसके चलते सोना करीब 4000 रुपये तक सस्ता होने जा रहा है।
देश में पिछले दिनों पहला बुलियन एक्सचेंज खुल गया है। ज्वैलर्स इस एक्सचेंज में सीधे सोना खरीद सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि आपको यहां पर सोना खरीदते ही उसकी डिलिवरी मिल जाएगी। यही कारण है कि जहां इस एक्सचेंज को खुले एक हफ्ता भी नहीं हुआ है, वहीं इसके सदस्य देश के कई दर्जन ज्वैलर्स बन चुके हैं। वहीं दुनिया की सोना बेचने वाली बड़ी बड़ी कंपनियां यहां पर मेम्बर बन रही हैं।
जानकारों के अनुसार इस एक्सचेंज से अगर एक साल में 100 टन सोना भी खरीदा जाता है, तो ज्वैलर्स करीब 5 मिलियन डालर यानि 400 करोड़ रुपये बचा लेंगे। अगर इसे किलो के हिसाब से जोड़ा जाए तो प्रति किलो रेट करीब 50 डालर जो की क़रीब 4000 रुपये तक कम हो सकता है। जानकारों का मानना है कि गोल्ड एक्सचेंज में पारदर्शी तरीके से कारोबार होने के चलते आगे और भी यह दाम कम हो सकते हैं।