ये पत्ता आपको कर देगा मालामाल- सिर्फ एक बार लगाइए पेड़, हर साल होती रहेगी कमाई…

Business Idea : आजकल लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का प्लान बना रहे हैं. ज्यादातर लोग अब ऑफिस के वर्क से उठ चुके हैं. जिसके लिए वे चाहते हैं कि हम अपना एक खुद का बिजनेस शुरू करें लेकिन उनके पास कई तरह की समस्या होने के कारण वह बिजनेस शुरू नहीं कर पा रहे हैं. तो आज हम ऐसे ही एक बिजनेस के बारे में बताने वाले हैं जो आपको बिना किसी इन्वेस्टमेंट के लाखों कमावा सकता है. लेकिन अगर आप खेती करते हैं तो वह बिजनेस आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है.

दरअसल यह तेजपत्ता (TejaPatta) का बिजनेस है. हां आपने सही पढ़ा तेजपत्ता का ही बिजनेस अब आप सोच रहे होंगे की ये पत्ता कैसे लाखों देगा. तो चलिए जानते है आखिर कैसे. बता दें कि आज हमारे देश में इसकी खेती एक प्रॉफिटेबल बिजनेस के रूप में देखी जाती हैं. वैसे तो मूल रूप से तेज पत्ता का उपयोग खाने को स्वादिष्ट करने के लिए डाला जाता है.

इसका उत्पादन आज से नहीं पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है. भारत के अलावा कई अन्य देशों में इसका उत्पादन होता है. जैसे कि इटली, भारत, उत्तर अमेरिका, मध्य अमेरिका, बेल्जियम, फ्रांस और रूस आदि हैं.

ऐसे करे तेजपत्ता (Tej Patta) की खेती

अगर आप इसकी खेती करना चाहते हैं तो आप इसे आसानी से कर सकते हैं. हालांकि शुरुआती दौर में थोड़ी मेहनत आपको पड़ेगी. इसकी खेती जून और जुलाई महीने में होती है. इसकी बुवाई करने के लिए आपको सीधी बीज और कलम के जरिए कर सकते हैं. खासकर इसकी खेती उसर और पथरीली जमीनों पर बेहतर पैदावार करते हैं. लेकिन अब इसी खेती हर प्रकार की मिट्टी में हो रही है. हालांकि इसके लिए आपको इसके देखरेख के लिए समय-समय पर चटाई भी करनी होगी.

कमा सकते है इतना मुनाफा

शायद आपको इस बात की जानकारी जरूर होगी तेजपत्ता (Tej Patta) के पौधे में से पूरे साल पत्ते निकलते रहते हैं. जैसे ही पत्ते थोड़े बड़े होते हैं. इनकी तुड़ाई कर इन्हें सुखवा लिया जाता है. जिसके बाद इन्हें मार्केट में बेच दिया जाता है. वही अगर मुनाफे की बात करें तो आप इसके 1 पौधे से हर साल लगभग ₹5000 का मुनाफा कमा सकते हैं.

सोचिए अगर आपने 25 से 30 पौधे को लगाकर उसका देखरेख अच्छे से कर रहे है. तो आप हर साल आसानी से 1.50 लाख रुपए तक कमा सकते है. और खेती करने के लिए राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड(National Medicinal plant Board) द्वारा किसानों को 30% का अनुदान भी दिया जाता है.