7वे आसमान से धड़ाम हुआ सरसों तेल का दाम! नया MRP जान खुशी से झूम उठे लोग – और सस्ता होगा तेल..

डेस्क : विदेशी बाजारों में लगातार गिरावट का रुख बने रहने से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को मूंगफली, सोयाबीन और पामोलीन तेल की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई. इसके अलावा सरसों तेल में भी कुछ नरमी का रुख देखा गया. बाजार से जुड़े कुछ सूत्रों ने बताया कि शिकागो एक्सचेंज में शुक्रवार को 4.5 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखे जाने का असर स्थानीय तेल-तिलहन बाजार पर भी पड़ा हैं. हालांकि इसका असर उतना अधिक नहीं रहा क्योंकि घरेलू स्तर पर खाद्य तेलों की आपूर्ति बेहदकम है जिसने बाहरी असर को कम करने का काम किया है.

आयात शुल्क में छूट का भरपूर फायदा उपभोक्ताओं को नहीं : सरकार ने खाद्य तेलों के आयात शुल्क में छूट दी थी लेकिन उपभोक्ताओं को इस रियायत का भरपूर फायदा नहीं मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में सरकार को इसका इंतजाम करना चाहिेए कि खाद्य तेल कारोबारी इसका लाभ उपभोक्ता तक सीधे पहुंचाएं.

कुछ सूत्रों ने कहा कि सरकार को खाद्य तेलों की आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने के लिए सोयाबीन डीगम और सूरजमुखी तेल के आयात की सीमा को पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए या पहले की तरह 5 प्रतिशत का आयात शुल्क लगा देना चाहिए. इसके अलावा सरकार को तिलहन उत्पादन बढ़ाने पर भी ध्यान देने की भी आवश्यकता है. मूंगफली की कुछ समय में ही घरेलू फसल तैयार होने वाली वाली है इसलिए इसका कारोबार थोड़ा मंदा चल रहा है. वहीं सरसों के भाव अधिक रहने से इसके लिवाल भी कम मिल रहे हैं.