डेस्क : भारत सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों के लिए “डोनेट ए पेंशन स्कीम” की शुरुआत की है। इस योजना में कामगारों को 60 साल की उम्र के बाद बुढ़ापे के लिए सरकार की ओर से पेंशन दी जाएगी। वहीं “डोनेट ए पेंशन स्कीम” में कोई भी व्यक्ति अपने यहां काम करने वाले घरेलू कामगार, ड्राइवर सहित दूसरे कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना का प्रीमियम भर सकता है।
चलिए डिटेल में आपको बताते हैं। जानकारी देते हुए केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेद्र यादव ने बताया की मैंने अपने घर के माली के लिए पेंशन डोनेट की है। बता दें “डोनेट ए पेंशन स्कीम” प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का ही हिस्सा है। जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने यहां काम करने वाले कामगारों के लिए पेंशन के लिए प्रीमियत डोनेट कर सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा “डोनेट ए पेंशन स्कीम” के लिए आईकॉनिक वीक चलाया जाएगा।
जिसके तहत इस स्कीम में देश के दिहाड़ी काम करने वाले श्रमिक ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इस स्कीम में 18 से 40 की आयु में रजिस्ट्रेशन कराते हैं तो उन्हें सालाना प्रीमियम के तौर पर न्यूनतम 660 से 2400 रुपये देना होगा। जिसके बाद मजदूर की उम्र 60 साल पूरी होने के बाद केंद्र सरकार की ओर से 3 हजार रुपये तक मंथली पेंशन दी जाया करेगी। आपको बता दे की श्रम मंत्रालय ने उमंग ऐप पर ई-श्रम पोर्टल की सुविधा शुरू कर दी है। मंत्रालय के अनुसार अभी तक ई-श्रम पोर्टल पर 25 करोड़ से ज्यादा श्रमिकों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। जिन्हें केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से मंथली सहायता भी दी जा रही है। वहीं इस पोर्टल के जरिए श्रमिकों को कई दूसरी सुविधाएं भी मिलती हैं।