Central Government : दिवाली का त्यौहार नजदीक है और इससे पहले मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों की महिला सैनिकों को दिवाली गिफ्ट भी दे दिया है। हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जिसमें महिला सैनिकों, सेलर्स (नेवी) और एयर वॉरियर्स (एयरफोर्स) को अफसरों के बराबर मातृत्व, बाल देखभाल और बच्चा गोद लेने के संबंध में छुट्टियां मिलेंगी। अब मोदी सरकार द्वारा वन रूल-ऑल रैंक नियम लागू किया जाएगा। इसके तहत महिला सैनिकों को अब छुट्टियों की संख्या बढ़ा कर दी जाएगी।
समानता के लिए हुआ नियमों में बदलाव
आपको बता दे भारतीय सशस्त्र बल के नए नियमों के अनुसार सभी रैंकों की महिला सैनिकों के बीच समानता आ गई है। इस प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाते हुए रक्षा मंत्रालय ने बयान दिया है कि छुट्टियों के नियमों में विस्तार महिला सैनिकों के पारिवारिक और सामाजिक मुद्दों को ध्यान में रखकर किया गया है। इस नियम को लागू करने के बाद महिला सैनिक अपनी पारिवारिक और पेशेवर जिंदगी को आज एक अच्छे तरीके से मेंटेन कर सकेंगी।
सैनिकों की देशभक्ति से देश मजबूत
इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार महिला शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के हर संभव प्रयास कर रही है। अब सरकार ने तीनों सेनाओं की महिला सैनिकों के लिए महिला अफसरों के बराबर छुट्टी देने का प्रस्ताव पारित कर एक नया बदलाव लाने की कोशिश की है। महिला अग्निवीरों की भर्ती से सशस्त्र बल देश की भूमि, समुद्र और हवाई सीमाओं की रक्षा के लिए महिला सैनिकों, नाविकों और वायु योद्धाओं की बहादुरी, समर्पण और देशभक्ति से सशक्त होंगे।
रक्षा मंत्री ने की तारीफ
देखा जाए तो इस समय भारतीय सेवा की महिला सैनिक दुनिया के सबसे ऊँचे युद्धक्षेत्र सियाचिन से लेकर युद्धपोतों पर तैनात है। इसके अलावा नेवी में भी उनका परचम लहरा रहा है। इसके अलावा महिलाएं सशस्त्र बल में भी हर संभव बाधा को पार कर रही हैं। इसके साथ ही 2019 में भारतीय सेना में सैन्य पुलिस कोर में सैनिकों के रूप में महिलाओं की भर्ती के माध्यम से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भी हासिल की गई। इसके अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का हमेशा से यही मानना है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में पुरुषों के बराबर होना चाहिए।