Land Registry : इस समय अधिकतर लोग कहीं पर निवेश कर रहे हैं तो वह जमीन या प्रॉपर्टी में ही कर रहे हैं। ऐसे में कई लोग घर बनाने के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदने का मन बना रहे हैं। लेकिन अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने जा रहे हैं तो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए।
ऐसा इसलिए क्योंकि आजकल कई सारे ऐसे बदमाश लोग हैं जो आपके साथ जमीनी लेनदेन में धोखाधड़ी कर सकते हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सरकारी जमीन के आपसे डबल रजिस्ट्री (Registery) करवाकर है और पैसा हड़प सकते हैं। अगर आपको ऐसी धोखाधड़ी से बचना है तो असली और नकली रजिस्ट्री का फर्क आपको पता होना जरूरी है।
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि भारत में जमीन की खरीद और बिक्री के लिए रजिस्ट्री (Registery) को एक कानूनी प्रक्रिया घोषित किया गया है। अगर आप जमीन खरीदते या बेचते हैं तो आपको रजिस्ट्री करवानी पड़ेगी। लेकिन कई बदमाश लोग ऐसे होते हैं जो खरीददार की नासमझी और उसके भोलेपन का फायदा उठाकर उसके साथ धोखाधड़ी कर लेते हैं।
लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं कि अगर जमीन खरीदने पर रजिस्ट्री (Registery) करवाते हैं तो आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है? ताकि आपको समय पर ही फर्जी रजिस्ट्री का पता चल सके।
ऐसे चेक करें असली नकली रजिस्ट्री
अधिकतर लोग जमीन खरीदते समय उसकी रजिस्ट्री या खतौनी में केवल उसका नाम देखते हैं लेकिन इतना ही जरूरी नहीं है। जमीन की रजिस्ट्री (Registery) और खतौनी से यह पता नहीं चलता है कि बेचने वाले व्यक्ति के पास उसे जमीन या प्रॉपर्टी का मालिक खाना हक है या नहीं? अगर आपको ऐसी धोखाधड़ी से बचाना है तो आपको जमीन की नई और पुरानी रजिस्ट्री जरूर देखनी चाहिए।
इसमें आपको यह देखना होता है कि उसे व्यक्ति ने किसी और से जमीन खरीदी है या नहीं और उसके बाद इसे बेचने का अधिकार है या नहीं? इसके अलावा आपको जमीन की खतौनी भी जरूर देखनी चाहिए और खतौनी में आपको आदेश देखने हैं।
चेक करें 41-45 समेकन
अगर आप जमीन खरीदते है तो आपको पता होना चाहिए कि वसीयत और डबल रजिस्ट्री (Registery) के अधिकतर मामले कोर्ट में पेंडिंग रहते है तो आपको पहले ही पता कर लेना चाहिए कि आप जो जमीन खरीद रहे है उस पर कोई केस तो नहीं चल रहा है। इसके लिए आपको चकबंदी के अभिलेख 41-45 पर जाएं और देखें कि ये सरकारी जमीन है या इसे गलती से विक्रेता के नाम कर दिया गया है। अगर आप चकबंदी अभिलेख 41 से 45 को देखेंगे तो आपको पता चल जायेगा कि ये जमीन सरकारी है, वन विभाग की है या रेलवे की है। इसे भूमि का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है।