मोदी की इस स्कीम से हर महीने मिलेगे 15 हजार, ऐसे उठाए लाभ..

डेस्क : केंद्र सरकार ने वैसे तो कई योजनाएं शुरू की है। पर मोदी सरकार की सबसे महत्‍वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत योजना’ की तारीफ देश के साथ साथ बाहर भी होती है। योजना के तहत गरीबों को बेहरत उपचार में मदद भी मिलती है। चुकी ये योजना स्वास्थ्य से जुड़ी है इससे रोजगार भी मिल रहा है। मोदी सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत पांच साल में 10 लाख रोजगार पैदा करने का लक्ष्य बनाया था

तैनात हुए एक लाख से ज्यादा आयुष्मान मित्र : इस योजना के जरिए सरकारी और प्राइवेट हॉस्‍प‍िटल में एक लाख से ज्यादा आयुष्मान मित्र तैनात हो चुके हैं। बता दें आयुष्मान मित्रों को वेतन के अलावा भी कई अन्‍य सुविधाएं मिलती हैं। यदि आप भी सरकार की इस योजना से जुड़ना चाहते तो आप भी आयुष्मान मित्र बनकर हर महीने 15 हजार रुपये तक का लाभ उठा सकते हैं। आयुष्मान मित्र की भर्ती के ल‍िए स्वास्थ्य मंत्रालय और कौशल विकास मंत्रालय मिलकर काम करते हैं।

क्या है आयुष्मान मित्र का काम : आयुष्मान मित्र की बड़ी जिम्मेदारी है योजना से जुड़ा हर फायदा लाभार्थी तक पहुंचना। इन लोगों को योजना से जुड़े अस्पतालों में इन्हें तैनात किया जाता है। क‍िसी का आवेदन कराना और उसके आयुष्मान कार्ड बनवाने की जिम्मेदारी आयुष्मान मित्र की ही होती है। आयुष्मान मित्र 12 महीने के कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर चयनित होते हैं। जिसके बाद 12 महीने पूरे होने पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।

वेतन और इंसेंट‍िव : आयुष्मान मित्रों को प्रतिमाह 15,000 रूपए दिए जाते है। साथ ही प्रति मरीज के हिसाब से 50 रूपए का इंसेंटिव भी दिया जाता है। जिले के हिसाब से प्रत्‍येक ज‍िले पर आयुष्मान मित्र नियुक्त किए जाते हैं। बता दें इनकी नियुक्ति जिला स्तरीय एजेंसी करती है। चयन के बाद प्रशिक्षण की जिम्मेदारी कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा उठाई जाती है।

आयुष्मान मित्र की योग्यता : आवेदक का 12वीं पास होना अनिवार्य है। साथ ही उसे कंप्यूटर और इंटरनेट की जानकारी भी होनी चाहिए। स्थानीय भाषा का जानकार हो और उसने आयुष्मान मित्र ट्रेनिंग कोर्स पूरा किया हो। सभी आवेदक 32 वर्ष से ज्यादा के नहीं होने चाहिए। बता दें इस सरकारी नियुक्ति में महिला उम्मीदवारों को वरीयता अधिक मिलती है।