हर Bollywood Film फ्राइडे को ही क्यों रिलीज होती है ?

डेस्क : आपने Bollywood Film तो जरूर देखी होंगी। यदि नहीं देखी तो जिंदगी में कोई ना कोई ऐसा वाकया जरूर हुआ होगा जब आपको एहसास हुआ होगा कि सारी बॉलीवुड की फिल्में फ्राइडे को ही क्यों रिलीज होती है? आज हम आपको इसी के बारे में बताएंगे कि आखिर बॉलीवुड की सारी फिल्में शुक्रवार को ही क्यों रिलीज की जाती है, बता दे की बॉलीवुड अमेरिका के हॉलीवुड को देखकर ही तैयार किया गया है।

हॉलीवुड की एक फिल्म ऐसी थी जो अमेरिका के सिविल वार पर बनाई गई थी, उसका नाम मार्गरेट मिशन की किताब से दिया गया “गोन विद द विंड था” दरअसल इस फिल्म को बेस्ट डायरेक्टर, स्क्रीनप्ले, एक्ट्रेस, फिल्म के सभी अवार्ड जीत चुकी थी। इस फिल्म को फ्राइडे को रिलीज किया गया था। अब बात करते हैं भारत की, भारत में फ्राइडे को फिल्म रिलीज करने का चलन 1950 से शुरू हुआ था। जब हम आजाद हुए थे तो उसी साल नीलकमल नाम की पिक्चर भी रिलीज हुई थी लेकिन नीलकमल नाम की पिक्चर सोमवार को रिलीज हुई थी। जैसे जैसे समय बढ़ता गया वैसे-वैसे भारत का सिनेमा जगत भी तरक्की करता गया और जब मुग़ल-ए-आज़म आई तो 60 का दशक चल रहा था।

सन 60 के दशक में हर फिल्म को फ्राइडे के दिन ही रिलीज करना शुरू कर दिया गया था। जैसा कि हम जानते हैं भारत में इस वक्त वीकेंड का नया कल्चर आया हुआ है, जिसके चलते लोग बेसब्री से वीकेंड का इंतजार करते हैं और अपने दोस्तों के साथ जमकर मस्ती करते हैं। वीकेंड के दिन लोग जमकर पैसा भी खर्च करते हैं। ऐसे में फिल्मों को फ्राइडे को ही रिलीज करना खास माना गया है क्योंकि फ्राइडे के दिन लोग अपने आम जीवन से समय निकालकर मनोरंजन की तरफ ध्यान देते हैं। इतना ही नहीं सिनेमा हॉल में बड़े स्तर पर भारी भीड़ लग जाती है।

वैसे तो आप जानते ही हैं कि जितने मुंह उतनी बात। ऐसे में कुछ लोगों का मानना है कि शुक्रवार को लक्ष्मी माता का दिन होता है, जिसके चलते सभी प्रोड्यूसर और डायरेक्टर शुक्रवार को ही फिल्म रिलीज करना उचित समझते हैं। वही फिल्मी जगत से लोगों का कहना है कि फ्राइडे को यदि कोई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लगती है तो उसके लिए कम पैसा भरना पड़ता है। यदि वह फिल्म अन्य दिन लगाई जाती है तो उसका डायरेक्टर और प्रोडूसर को ज्यादा पैसा भरना होता है।