खाने के लिए जेब में पैसा रहे या ना रहे..लेकिन कपड़ों पर विवाद जरूरी है – ‘पठान’ पर बोलीं एक्ट्रेस…

न्यूज़ डेस्क: शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की हाल ही में आए एक गाने में पहने गए कपड़े को लेकर देश में विवाद चरम पर है। इस विवाद में भाजपा नेताओं के साथ-साथ कई हिंदू संगठनों की ओर से बयान दिए जा रहे हैं। इसे बॉयकॉट करने की बात कही जा रही है। इस पर बॉलीवुड की कई हस्तियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसी कड़ी में एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहां की देश में खाने को खाना नहीं है लेकिन विवाद कपड़ों के रंग को लेकर किया जा रहा है।

बता दें कि “बेशरम रंग” को लेकर विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया है कि इस पर डिबेट्स किया जा रहा है। एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह कहती हैं कि यदि ऐसी बातें आपके मन में है तो हम बहुत ही बेवकूफी भरे वक्त में जी रहे हैं। यह बात उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को साक्षात्कार देते हुए कहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस बात में ऐसा कुछ नहीं है जिस पर मैं आगे बात करना चाहूं या फिर इसे ज्यादा महत्व दूंगी।

रत्ना पाठक शाह ने कहा कि देश में समझदार लोग हैं। मुझे उम्मीद है कि इससे भी कहीं ज्यादा समझदार लोग भी हैं। जिन्हें अब बाहर निकलना चाहिए। जो कुछ भी इस समय हो रहा है वह डर का माहौल है बहिष्कार का भावना यह अधिक टिकाऊ नहीं है। वे आगे कहती हैं कि मुझे ऐसा लगता है कि एक समय के बाद लोग ज्यादा नफरत बर्दाश्त नहीं कर सकता। अपने मन में एक विद्रोह होता है जब कोई नफरत से थक जाता है। मैं उस दिन का इंतजार कर रही हूं। मालूम हो कि यह गाना जिस पर विवाद छिड़ा है शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान का है।