Khufiya Review : स्पाई थ्रिलर वाली इस फिल्म में तब्बू और अली फजल को फैंस देख हुए कायल

Khufiya Review : बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन फिल्मी मेकर और डायरेक्टर विशाल भारद्वाज एक बार फिर से अपने अलग अंदाज में एक नई फिल्म ‘खुफिया’ लेकर दर्शकों के बीच आ गए है। विशाल भारद्वाज ने ‘ओथेलो’ और ‘ओमकारा’ और ’मैकबैथ’ जेसे उपन्यास पर कई फिल्म बनाई है।

विशाल भारद्वाज एक बार दुबारा से अमर भूषण की सबसे ज्यादा बिकने वाले उपन्यास ‘एस्केप टू नोव्हेयर’ फिल्म के रूप में नेटफ्लिक्स पर ‘खुफिया’ के रूप पर लेकर आए हैं। इस फिल्म में आपको तब्बू ,अली फजल, वामिका गब्बी और आशीष विद्यार्थी जैसे बेहतरीन कलाकार देखने को मिलेंगे।

बात की जाए यह फिल्म कैसी है? या इसकी कहानी कैसी है? यह फिल्म विशाल के चाहने वालों की आशा पर खड़ी उतरी है या नहीं? आई जानते हैं विस्तार से

इस कहानी की शुरुआत तब्बू की आवाज के साथ शुरू होती है, एक पार्टी में जाने के लिए तैयार होकर एक खूबसूरत लड़की की तारीफ करते हुए, पीछे से एक आवाज आती है, “बहुत अजीब थी वो” गुनाह की तरह छुपी छुपी, तो शराब की तरह हमेशा जाहिर रहने वाली, तो कभी किस्मत की तरह बेतुकी सी लगती… इसके बाद पार्टी का सीन अचानक से आता है और उसे महिला का मर्डर हो जाता है अब यहां से शुरू होती है फिल्म की असल कहानी लेकिन इसके पहले सीन में उसे महिला की हिम्मत और कहानी की आत्मा को महसूस करने के लिए फिल्म काफी कुछ कहती है।

पूरी फिल्म में कृष्ण मेहरा (तब्बू) पर आधारित है। जो रिसर्च एंड एनालिसिस विंग R&AW संचालित करती है। जिसे सीआईए(CIA) को इंडिया के डिफेंस सीक्रेट से बेचने वाली एजेंसी के जासूस का पता लगाने की जिम्मेदारी दी जाती है। वह किस तरह इस मिशन को पूरा करती है? R&AW और CIA को आपस में मिलाकर किस तरह काम करते हैं? मोल कौन है? “खुफिया” में ऐसे कई रहस्य देखने को मिलेंगे। “खुफिया“ असल में एक ऐसी कहानी है जिसमें एक मूल कहानी के साथ कई और भी कहानियां को जोड़ा गया है।

विशाल भारद्वाज ने सिल्वर स्क्रीन पर काफी दमदार कंटेंट लाने के लिए उन सभी बातों पर गौर किया है, जो एक निर्देशक को करना चाहिए। वह फिल्म को ज्यादा खोले बिना कहानी को पैकेज के रूप में ऑडियंस के सामने लाते हैं। बेहतरीन स्टार कास्ट और असल जगह पर शूटिंग करके वह सब कुछ रियल बनाने पर काम करते हैं।

‘खुफिया’ कई मायनों पर काम करती है। सबसे पहले तो इसके स्क्रिप्ट क्योंकि फिल्म शुरू से लेकर खत्म होने तक आपका ध्यान खींचती है। आपको किरदार के सफ़र से लेकर उनके अभिनय को कनेक्ट करने में सहायता करती हैं। इसके बाद एक ऐसा मिशन जो दिखने में काफी मुश्किल है और कहानी में हर कदम कदम पर ट्वीट चलती है।

फिल्म की कहानी कहीं भी रुकी हुई या थका देने वाली नहीं लगती है, बल्कि इसका क्लाइमैक्स काफी ज्यादा रोमांचकरी है। इसकी कास्टिंग भी एकदम सही की गई है।

विशाल भारद्वाज सदैव अपने दर्शकों से बेहतरीन म्यूजिक का वादा करते है। इस बार भी उनकी कहानी की शुरुआत में बैकग्राउंड में सुनाई देने वाला फोक म्यूजिक फिल्म से लेकर क्लाइमेक्स तक आपको मजा दिलाता है।

फिल्म में तब्बू का किरदार काफी दमदार लग रहा है। शुरुआत के दृश्य से लेकर कहानी के अंत तक हर चीज परफेक्ट है। ऐसे सींस भी हैं जहां पर किरदार आंखों से ही सब कुछ बयां कर जाते हैं। इस पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। अली फजल ने ग्रे शेड वाला किरदार निभा कर कुछ नया ट्राई किया है, हालांकि अपने पिच को सही करने में थोड़ा वक्त लगा, किंतु जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ी उनका परफॉर्मेंस काफी बेहतरीन लग रहा है। वही बात की जाए बामिका गब्बी की तो फिल्म में उनके काम को लेकर काफी सराहना दी जा रही है। दर्शक उनके किरदार को पसंद कर रहे हैं।