डेस्क : बॉलीवुड इंडस्ट्री से एक बड़ी खबर सामने निकल कर आ रही है जहां पर बताया जा रहा है कि जैसे ही आर्यन खान को एनसीबी के अधिकारियों द्वारा पकड़ा गया तो किरण गोसावी नाम के व्यक्ति ने उनको NCB ऑफिस में बैठाकर कहा था कि अपने पेरेंट्स को फोन लगाओ।
तब किरण गोसावी ने 25 करोड़ की मांग की थी। गोसावी ने कहा था की इतने पैसों में आर्यन छूट जाएगा। ये सारे काम करने के लिए उसने एनसीबी चीफ समीर वानखेड़े का नाम इस्तेमाल किया था। इस तरह के दावे हैरान कर देने वाले हैं। इस प्रकार के दावे सभी को चौका देने वाले हैं इतना ही नहीं बता दें कि यह सारी बातें 24 अक्टूबर को सामने निकल कर आई है, जहां पर किरण गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर ने हलफनामा जारी किया है और एक बात मीडिया के आगे खुल कर बताई है।
25 करोड़ की मांग एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की ओर से की गई थी जिसमें किरण गोसावी का सहारा लिया गया था। यदि आपको ध्यान ना आ रहा हो तो बता दें कि जैसे ही आर्यन खान को ड्रग्स मामले में पकड़ा गया था तो एक गंजे व्यक्ति की तस्वीर इंटरनेट पर खूब वायरल हुई थी। उस शख्स का नाम किरण गोसावी है। किरण गोसावी के ऊपर और भी कई मामले दर्ज है। इतना ही नहीं वह अपने आपको एनसीबी का अधिकारी बता रहा था, लेकिन एनसीबी ने कहा कि इस प्रकार का कोई भी व्यक्ति हमारी टीम में मौजूद नहीं है।
किरण गोसावी ने जो बातें मीडिया के आगे बताई है, वह इस प्रकार है
किरण गोसावी के मुताबिक उसको 6 अक्टूबर तक ढेरों कॉल आ रहे थे, जिसमें उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। इतना ही नहीं किरण गोसावी समीर वानखेड़े के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। किरण गोसावी ने अपने बयान में कहा की आर्यन खान का फोन उसके पास नहीं था, जिस वजह से उसने अपनी मैनेजर से बात कराने के लिए मेरा इस्तेमाल किया था। ऐसे में मेरे पास फोन मौजूद था इसलिए मैंने उससे बात करवाई थी, प्रभाकर मेरे लिए काम कर चुका है लेकिन जो बातें कर रहा है उसका मुझ पर कोई असर नहीं है। मैं बीते 11 अक्टूबर से प्रभाकर से कोई बातचीत नहीं कर रहा। फिलहाल के लिए मेरी जान को खतरा है और मैं सुरक्षित रहना चाहता हूं।
जब मैंने आर्यन खान से उसके घर वालों का नंबर मांग फोन मिलाया तो उसके माता-पिता को नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने अपनी मैनेजर का नंबर दिया। मैंने जब पूजा को फोन लगाया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। आगे चलकर यदि इस बात पर कोई जांच होती है तो मैं सबसे पहले अपना योगदान दूंगा। इसके लिए मैंने पुणे पुलिस के पास जाने की भी कोशिश की थी मैं जहां भी मौजूद रहा। वहां पर हर प्रकार का पंचनामा दर्ज करवाया है।
ज्यादा जानकारी के लिए बता दें कि आर्यन को छुड़वाने के लिए25 करोड़ रूपए की मांग की गई थी लेकिन 18 करोड़ पर ही मामला सेटल करने पर दोनों पार्टी राजी हो गई थी। ऐसे में इन 18 करोड़ में से 8 करोड़ रुपए सीधा समीर वानखेड़े को जाने थे, बाकी बचे रूपए दूसरे लोगों को मिले थे। ऐसे में अब कौन सही है या कौन गलत है? इसका फैसला तो आने वाला वक्त ही बताएगा।