बिहार के भागलपुर की महिला SDPO ने अपने पति को रातों-रात बना दिया IPS, अब PMO ने दिए जांच के आदेश

न्यूज डेस्क : भागलपुर जिले के एसडीपीओ का उस वक्त पलड़ा भारी पड़ गया। जब उसने जानबूझकर पब्लिसिटी के लिए अपने पति को स्टार सहित आईपीएस (IPS) का वर्दी पहना दिया। इतना ही नहीं उसने यह फोटो को सभी सोशल साइट पर शेयर भी कर दिया। बस होना क्या था, मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता चला गया। फिर खुद पीएमओ (PMO) ने इसकी जांच के आदेश दिए। जानकारी के मुताबिक, यह मामला कहलगांव एसडीपीओ रेशू कृष्णा का है। वह मूल रूप से पटना की रहने वाली हैं। BPSC परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की थी। चयन प्रक्रिया और बाद में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद भोजपुर जिले में अपनी तैनाती के दौरान कई कांडों का उन्होंने सफलता पूर्वक खुलासा किया था।

पति पुलिस में नहीं है बावजूद भी..IPS की वर्दी? जानकारी के मुताबिक, जब महिला एसडीपीओ रेनू कृष्णा अपने पति के साथ फोटो खींचकर सोशल साइट पर डाला तो लोगों ने तरह तरह की टिप्पणी करने लगे। किसी ने शिकायत कर दी कि एसडीपीओ के पति पुलिस में नहीं हैं। बावजूद वर्दी में उनकी तस्वीर लगातार एसडीपीओ पोस्ट कर रही हैं, साथ में खुद भी हैं। बस यह मामला धीरे-धीरे है प्रोफाइल बनता चला गया। इसकी जांच पुलिस मुख्यालय ने की है। दरअसल, पुलिस मुख्यालय भी इस मामले में कुछ बोलने से परहेज कर रहा है। उसे न कुछ लिखते बन रहा है और न कहते। पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में भागलपुर एसएसपी को भी पत्र भेजा है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस मामले की रिपोर्ट सौंप दी गई।

अब जेल भी हो सकती है? बताते चले की, यह मामला तूल पकड़ने का बस एक कारण है। क्योंकि IPS का वर्दी किसी आम आदमी को पहनने का का इजाजत नहीं है। दरअसल, सैन्य और पुलिस पोशाकों को आम आदमी को पहनने पर पाबंदी है। इससे जुड़े तमाम नियम व कानून प्रावधान सशस्त्र बल अधिनियम, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) में भी हैं। आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा छह में इस पर प्रतिबंध है। और इसका उल्लंघन करने पर 3 साल की सजा और जुर्माने का भी प्रावधान है। वहीं, आईपीसी की धारा 140 में 3 महीने तक की जेल और जुर्माना हो सकता है।

सोशल साइट पर लिखी थी, उनके पति IPS हैं और PMO में तैनात हैं: उन्होंने सोशल साइट पर अपने पति के साथ ऑफिस के वर्दी में एक पोस्ट डाली। तभी किसी लोगों ने इसकी शिकायत कर दी। उनके पति कुछ भी काम नहीं करते हैं तो उन्होंने पुलिस की वर्दी कैसे पहनी है। इस शिकायत पर पीएमओ ने जांच की। वहां कोई IPS नहीं है। इसके बाद पीएमओ ने मामले को बिहार पुलिस मुख्यालय को भेज दिया। पत्र आते ही मुख्यालय में इस मामले को लेकर कोहराम मच गया। मुख्यालय ने गुपचुप तरीके से जांच की। अब इसकी जांच भागलपुर एसएसपी नताशा गुड़िया से कराई जा रही है।

अंत में चुप्पी तोड़कर बोली- बता दें कि DIG सुजीत कुमार ने पूरे मामले पर बताया कि इस संबंध में पुलिस मुख्यालय के स्तर से मामले की जांच एसएसपी से कराई गई। मुख्यालय को जांच रिपोर्ट भेजी गई है। जबकि, एसडीपीओ रेशू कृष्णा ने कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं बोलेंगी। उन्हें इसकी कोई जानकारी भी नहीं है।