क्या राम विलास पासवान के बाद जिम्मेदारी उठा सकेंगे उनके बेटे चिराग पासवान ? जानिए

डेस्क : लोकतांत्रिक जनता पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान का हाल ही में निधन हो गया है जिसकी खबर तुरंत बिहार सहित पूरे देश में फैल चुकी है। रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान की तरफ से समय-समय पर बताया जा रहा था कि उनके पिता की तबीयत काफी समय से खराब चल रही है जिस कारण उनका बीते गुरुवार को दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया।

वह लोकतांत्रिक जनता पार्टी के संस्थापक तो थे ही साथ ही केंद्रीय खाद आपूर्ति मंत्री भी थे। परंतु उनकी बीमारी के चलते यह पूरी जिम्मेदारी उनके बेटे चिराग पासवान पर आ गई और राष्ट्रीय अध्यक्ष भी उन्हें घोषित कर दिया गया है। लोजपा का नेतृत्व चिराग पासवान द्वारा करा जा रहा था परंतु हाल ही में एनडीए से वह बाहर का रास्ता तय कर चुकी है और दूसरी ओर जेडीयू के खिलाफ द्वार खड़ा कर देंगे जैसा ऐलान कर दिया है। ऐसे में देखना यह होगा कि लोकतंत्र जनता पार्टी पर रामविलास पासवान के निधन का क्या परिणाम पड़ेगा क्या ऐसे में रामविलास पासवान के जाने के बाद उनकी जाति के लोग एकजुट होकर लोजपा के पक्ष में वोट कर पाएंगे।

चिराग पासवान ने 1 महीने पहले ही अपने पार्टी के समर्थकों को कह दिया था कि आप लोग राजनीति में सक्रिय हो जाएं। चिराग अपनी पूरी कोशिश में लगे हैं कि वह बिहार में 5 स्थानों के वोट को एक रख पाए। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा एमएलसी संजय पासवान का कहना है कि यह चिराग पासवान के लिए एक चुनौती भरा कार्य हो सकता है कि वह अपने पिताजी की बनाई विरासत को संभाल कर रखें। रामविलास पासवान के चाहते और उनकी लोकप्रियता उनके समर्थकों में दिखती थी। परंतु चिराग के लिए यह विरासत और पार्टी को प्रासंगिक बनाए रखना की एक कड़ी परीक्षा होने वाली है।