Bihar में कब से दौड़ेगी Metro ? किन-किन रूटों पर चलेगी? आज जान लीजिए सबकुछ..

Patna Metro : बिहार की राजधानी पटना में लोगों को मेट्रो रेल (Patna Metro Rail) का बेसब्री से इंतजार है। इसे लेकर तैयारियां भी अब जोरों से चल रही। पटना मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर II (पटना स्टेशन-पाटलिपुत्र बस टर्मिनल) में 2 सुरंगों के निर्माण के लिए पहली सुरंग बोरिंग मशीन (Tunnel Boring Machine) को लॉन्च करने की पूरी तरह से तैयारी भी चल रही है।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) मार्च महीने के पहले हफ्ते में मोइन-उल-हक स्टेडियम से फेस-I के भूमिगत सुरंग निर्माण को शुरू करने की योजना भी बना रहा है। इसके लिए एक लॉन्चिंग शॉफ्ट को 20 मीटर की गहराई पर भी तैयार किया गया है। 1 मीटर की दूरी पर दोहरे सुरंगों के लिए जमीन खोदने के लिए TBM तकनीक इस्तेमाल की जाएगी।

मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर क्या बोले ये अधिकारी : एक अधिकारी ने बताया कि दूसरे फेज में, पटना जंक्शन तक 1.4 Km की दूरी को कवर करने के लिए गांधी मैदान में मशीनों को जमीन पर उतारा भी जाएगा। दूसरे चरण से पहले 2 और टनल बोरिंग मशीनों की खरीदी की जाएगी। कॉरिडोर II की भूमिगत सुरंग का निर्माण करने में करीब 30 महीने का समय भी लग सकता है। एक सोर्स के अनुसार, टनल बोरिंग मशीन आमतौर पर भू-वैज्ञानिक स्थितियों के आधार पर रोजाना अधिकतम 30 मीटर की बोरिंग कर सकते हैं। अगर स्थितियां थोड़ी भी मुश्किल हुई तो ये रोजाना 20-25 मीटर तक रह सकती है।

इसमें उपयोगी मशीनें किसी भी मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का अहम अंग हैं क्योंकि यह जमीन के माध्यम से बोरिंग में भी सहयोग करती हैं। इससे सुरंगों का निर्माण करने में बेहद आसानी होती है और रेल प्रोजेक्ट के लिए भूमिगत नेटवर्क बनाने में मदद भी करती है। टनल रिंग बनाने का कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। यह टनल रिंग भूमिगत सुरंगों के लिए प्रीकास्ट सेगमेंटल लाइनिंग हैं शक्ति भी प्रदान करते हैं। प्रत्येक टनल रिंग 6 सेगमेंट में भी शामिल होते हैं और सिस्टम को लॉक करके सपोर्ट प्रदान करते हैं। जानकारी के अनुसार, पटना मेट्रो कॉरिडोर II 14.5 Km लंबा होगा। जिसमें 6.6 Km प्रायोरिटी कॉरिडोर – मलाही पाकरी, खमनीचक, भूतनाथ, zero माइल और न्यू ISBT शामिल हैं। ये एलिवेटेड कॉरिडोर का एक हिस्सा है, जिसके 2025 तक तैयार होने के भी आसार हैं।