बिहार में 13 जिलों में गेंहू खरीद की रफ्तार धीमी , बेगूसराय में तय लक्ष्य का 30 प्रतिशत भी नहीं हुआ है खरीद

न्यूज डेस्क : बिहार सरकार राज्य में सरकारी मूल्य पर किसानों की गेहूं खरीद रही है। इसको लेकर 15 जून तक की समय सीमा तय की है। परंतु राज्य भर में करीब एक दर्जन जिलों में गेहूं खरीद की रफ्तार को देखा जाए तो 15 जून तक सरकार की समय सीमा में गेहूं खरीद की काम पूर्ण नहीं हो सकता है। बेगूसराय भी ऐसे ही जिला की लिस्ट में शामिल है जहां तय लक्ष्य के 30 फ़ीसदी से भी कम खरीद हुई है ।

उपज से कई गुणा कम लक्ष्य वाबजूद नहीं हो रहा पूरा इससे पहले तो बिहार भर के जिलों में जितनी उपज हुई है उससे कई गुना कम खरीद का लक्ष्य रखा गया है। बावजूद इसके सम्बंधित विभाग के अधिकारियों की लालफीताशाही और सांठगांठ के वजह से गेहूं किसान परेशान है। वही जो निबंधित किए गए हैं उनका गेहूं नहीं लिया जा रहा है । साथ ही जो इच्छुक हैं कि मेरा भी गेहूं सरकारी मूल्य पर बिक्री हो किसान सलाहकार वैसे किसानों को भी वंचित रख रहे हैं। वैसे किसान जब जिला कृषि पदाधिकारी को शिकायत करते हैं तो उनका कोई निदान भी नहीं निकाला जाता है। बिहार सरकार के सहकारिता विभाग के मुताबिक अबतक बेगूसराय में 4201 किसान ही गेंहु बेचने के इक्छुक हैं। जिनसे 19193 . 19 MT की खरीद का लक्ष्य है । जिसमे से अबतक मात्र 920 किसान से 4873 . 20 MT की ही खरीद हुई है। जो कि चिंतनीय हालात हैं। मात्र एक हफ्ते में अब लक्ष्य पूरा होना सम्भव नहीं दिख रहा है।

मंत्री ने दिया हर इक्छुक किसान के गेहूं खरीद का निर्देश सोमवार को सहकारिता मंत्री सुभाष सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों में गेहूं खरीद की समीक्षा की उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया , कि गेहूं खरीद में तेजी लाएं। और इच्छुक किसानों से हर हाल में गेहूं खरीद सुनिश्चित कराएं। अब तो आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार राज्य के मंत्री का अपने विभाग के अधिकारियों पर कितना असर होता है, और वह विभागीय अधिकारी कितनी बात फॉलो कर पाते हैं। बिहार में अब तक 49000 किसानों से ढाई लाख मैट्रिक टन की गेहूं खरीद हो चुकी है। गेहूं खरीद के मामले में बिहार का सुपौल जिला सबसे ऊपर है जहां 90 फीसद के करीब खरीद हो चुकी है।

बिहार के इन 13 जिलों में गेंहू खरीद का हाल बूरा : औरंगाबाद में 28 % कैमूर में 27.15 % ,गया में 25 % , गोपालगंज में 25.54 % , सारण में 23 %, शिवहर में 24 %, वैशाली में 17.50 %, समस्तीपुर में 29.70 % , बेगूसराय में 29.76 % , भोजपुर में 25.24 % , रोहतास में 29.57 % , कटिहार में 29.95 % , मधुबनी में 29.78 %