गर्मी के मौसम में ना सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों के बीच में पटना का वाटर पार्क काफी फेमस है। छुट्टियों के दिन में वहां जाकर लोग अक्सर से चिल्लाती गर्मी के बीच ठंडे पानी का आनंद लेते, जल क्रीड़ा करते नजर आ जाते हैं। लेकिन इतने बड़े शहर पटना में इकलौते वाटर पार्क का होना और आसपास के शहरों में किसी तरह की व्यवस्था ना होने की वजह से लोगों को काफी लंबी दूरी तय करके यहां आना पड़ता है। जिससे उनका समय और पैसा दोनों ही खर्च होता है, और कहीं ना कहीं वह लोग वाटर पार्क का लुत्फ भी उतने सही तरीके से नहीं ले पाते हैं।
वाटर पार्क के साथ मोनो रेल की भी होगी शुरुआत अब जल्दी बिहार में सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बोधगया में वाटर पार्क का निर्माण होने जा रहा है। बोधगया पटना से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित है और यहां देश दुनिया से लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष आते हैं। तथा यहां के नजदीक ऐतिहासिक और अलौकिक स्थलों से मन को प्रसन्न करते हैं। बोधगया का बोधि मंदिर तथा बोधि वृक्ष विश्व भर में प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है।बोधगया में वाटर पार्क का निर्माण नैली कचरा प्लांट की खाली जमीन पर किया जाएगा । यहाँ ना सिर्फ वाटर पार्क बनेगा साथ ही मोनोरेल का भी परिचालन किया जाएगा। इन दोनों के निर्माण के संबंध में नगर निगम के सभागार में हुई बैठक में समिति ने फैसला किया ।चुकी बोधगया एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के साथ-साथ एक धार्मिक स्थल भी है। इसलिए संबंध में अन्य कई बिंदुओं पर भी चर्चा की गई।
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए की जाएगी अत्याधुनिक रौशनी से सज्जा, साथ ही नौका विहार भी शुरू किया जाएगा
बोध गया के मानपुर में नवनिर्मित बस स्टैंड का नाम हाल ही में अटल बिहारी बस स्टैंड रखा गया है। साथ ही शहर के सभी चौक के सौंदर्यीकरण का भी फैसला लिया गया। इसके अलावा सिंगरा स्थान सरोवर में एक नौका विहार उद्घाटन का भी फैसला किया गया है। यहां की सरोवर में जल्दी जलापूर्ति की जाएगी ताकि आने वाले पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी नौका विहार का मौका मिल सके। यहाँ के मशहूर धार्मिक स्थलों में शामिल विष्णुपद मंदिर, जामा मस्जिद के आसपास अत्याधुनिक तरीके से रोशनी की साज-सज्जा की जाएगी। जिससे लोगों का ध्यान आकर्षित हो सकें। मनमोहन तरीके से रोशनी के सजावट पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर पाने में ज़रूर सफल होगी।