सोशल मीडिया पर वायरल बाल विवाह की खबर निकली झूठ , जिस आधार कार्ड पर बच्ची बालिग सवाल उसी आधार कार्ड पर

न्यूज डेस्क : बिहार के एक बच्ची की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दावा किया गया कि यह 8 वर्षीय बच्ची है और इसकी शादी 28 वर्ष के युवक से करा दिया गया। तस्वीर इतनी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ कि नेशनल कमीशन ऑफ प्रोटक्शन फ़ॉर चाइल्ड को इस पर संज्ञान लेना पड़ा। कथित रूप से यह तस्वीर बिहार के नवादा जिले की बताई जा रही थी। तो रास्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने नवादा के डीएम को मेल कर इस पूरे मामले की जांच करने का आदेश दे दिया। दूसरे तरफ नवादा के स्थानीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें ग्रामीणों के द्वारा यह कहा जा रहा है, कि डेढ़ महीना पहले उस लड़की की शादी जमुई जिले के उसके नानी घर में हुई है। गांव वालों का दावा है, कि इस लड़की के बारे में 8 वर्षीय बच्ची बताकर नवादा और उस उनके गांव के मान प्रतिष्ठा को धूमिल करने की साजिश रची गई।

प्रशासनिक स्तर से जारी प्रेस रिलीज में बाल विवाह का किया गया खंडन प्रशासन के द्वारा जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि दिनांक-25.05.2021 को सोशल मीडिया के माध्यम से (Twitter) @tusharsrilive तुषार श्रीवास्तव (जी मिडिया) के द्वारा शादी की एक तस्वीर पोस्ट किया गया है, जिसमें उनके द्वारा लिखा गया कि “बिहार के नवादा में एक माँ-बाप अपनी आठ साल की बेटी की शादी एक 28 वर्ष के लड़के से कर दिया गया है।”

प्राप्त सूचना के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी, नवादा सदर एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पकरीबरावां को संयुक्त रूप से उक्त Twitter में प्रकाशित खबर की सत्यापन हेतु अनुमंडल पदाधिकारी, नवादा सदर एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पकरीबरावां मंजौर गाँव पंचायत मंजौर, थाना वारिसलीगंज पहुँचे। सत्यापन के क्रम में गाँव में उपस्थित लोगों द्वारा बताया गया कि लड़की का नाम – तनु कुमारी, पिता-पवन सिंह उर्फ पावो सिंह (उम्र लगभग 46 वर्ष) अपने ननिहाल मतासी (अकौनी) प्रखण्ड-सिकन्दरा, जिला जमुई में बचपन से रहती है। लड़की की माँ भी वहीं साथ में ग्राम मतासी (अकौनी) में ही रहती है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि लड़की का पिता दिल्ली में कार्य करते हैं। सत्यापन के क्रम में घर बंद पाया गया। घर में ताला लगा हुआ पाया गया। ग्रामीणों द्वारा यह भी बताया गया कि करीब एक-दो माह पूर्व ही लड़की तनु कुमारी की शादी ग्राम मतासी (अकौनी) ननिहाल से ही।

इस प्रकार सत्यापन में यह बात प्रकाश आयी कि शादी के तस्वीर में जिस लड़की की फोटो पोस्ट किया गया है, उस लड़की का पैतृक घर नवादा जिला है, किन्तु उनका रहन-सहन, पालन-पोषण ननिहाल, ग्राम-मतासी (अकौनी) प्रखण्ड-सिकन्दरा, जिला जमुइ में हुई है तथा शादी भी जमुई जिला में हुई है। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन जमुई को इस संबंध में सूचना दी गई।

पुनः लड़की का आधार कार्ड प्राप्त हुआ है, जिसमें लड़की का जन्म तिथि 01.01.2002 दर्ज है। इस प्रकार लड़की नबालिग नहीं होकर बालिग है। आधार कार्ड का verification https://www.uidai.gov.in/ की गई है। आधार कार्ड सही पाया गया। ( प्रशासनिक स्तर से जारी प्रेस रिलीज का लाइन टू लाइन )

परिजनों का दावा और बच्ची का बयान यह है : इसके बाद इस बच्ची का एक आधार कार्ड परिजनों के तरफ से जारी किया गया। साथ ही साथ बच्ची के द्वारा वीडियो जारी किया गया जिसमें बच्ची कहती हुई नजर आ रही है, कि शादी किसी भी दबाव में नहीं हुआ है । सारे नियम और कायदे को ध्यान में रखकर किया गया है।

आधार कार्ड पर सवाल : वह आधार कार्ड जो परिजनों के द्वारा लड़की के 19 वर्षीय होने के दावे के स्वरूप प्रमाणिक तौर पर पेश किए जा रहे हैं, वह आधार कार्ड भी सवालों के घेरे में है। आधार कार्ड 13 अप्रैल 2021 को जारी किया गया और इसी दिन आधार कार्ड डाउनलोड भी किया गया है। वेबसाइट से यह दोनो डेट उसी आधार कार्ड के राइट और लेफ्ट साइड लिखा गया है। आधार कार्ड में डेट ऑफ बर्थ भी 1 जनवरी 2002 का दिखाया गया है यानी 2021 में जिस महीने में लड़की की शादी होती है उसी महीने में लड़की 19 वर्ष की होती है।

अब यहां पर बड़ा सवाल यह बन रहा है क्या लड़की के 19 वर्ष होने पर शादी का इंतजार किया जा रहा था या शादी के वक्त लड़की को 19 वर्ष दिखाने के लिए आधार कार्ड बनने का इंतजार किया जा रहा था । तमाम प्रकार की बातें सोशल मीडिया में वायरल हो रही है कई न्यूज़ चैनल ने इस मामले को पूरी तरीके से फर्जी बताया है और बच्ची का तस्वीर वायरल करने वाले को भी फैक्ट चेक करने की नसीहत दे डाली। लेकिन इन सभी चीजों के बीच फैक्ट चेक करने वाले जो लोग हैं उनको आधार कार्ड को लेकर कोई भी शक और संदेह उत्पन्न नहीं हो रहा है।

दूसरी तरफ परिवार वालों के द्वारा आधार कार्ड के अलावा वैसे कोई अन्य कागजात और नहीं दिए जा रहे हैं जिससे कि यह प्रमाणित आधार कार्ड और पुख्ता हो सके की बच्ची का उम्र 19 वर्ष वाकई में हो रहा है। बहरहाल मामला जो भी हो न्यूज़ सही हो गलत हो इन सभी चीजों के बीच पूर्णता जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले के बारे में कुछ भी निर्णय ले पाना उचित होगा . पूर्व में द बेगूसराय ने भी सोशल मीडिया के वायरल पोस्ट के आधार पर इस न्यूज़ को प्रकाशित किया था उसी के आलोक में यह पूरा फॉलोअप जारी है।