न्यूज डेस्क: देश के सबसे कठिनतम परीक्षा में से एक सिविल सेवा परीक्षा में परचम लहराने वाले बिहार के सत्यम 2020 के रिजल्ट में अपना दसवां स्थान हासिल किया। सत्यम गांधी रिजल्ट के बाद पहली बार अपने गांव पहुंचे। जहां पर लोगों ने उनका भरपूर स्वागत किया। बता दें कि मंगलवार को सत्यम दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचे, एयरपोर्ट से घर जाने के दौरान लोगों ने जगह-जगह बैंड बाजा के साथ उनका स्वागत किया। सत्यम मूल रूप से समस्तीपुर जिले के पूसा के दिघरा गांव निवासी हैं।
बता दे की घर आने के क्रम में एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए लगभग दो सौ से अधिक बाइक व दो दर्जन कार से लोग गये थे। दरभंगा से आने पर चकमेहसी के मालीनगर, सैदपुर, पूसा, पोस्ट ऑफिस चौक सहित अन्य जगहों पर स्थानीय लोगो ने फूल माला से सत्यम को लाद दिया। यहां के बाद वे जैसे ही अपने गांव दिघरा पहुंचे उनकी एक झलक पाले के लिए लोग उमड़ पड़े। पैतृक गांव दीघरा में लोगों ने गाजे बाजे के साथ उनका जोरदार स्वागत किया।
गांव में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। सत्यम गांधी के आवास पर सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता कृषि विवि के पूर्व कुलपति गोपाल जी त्रिवेदी ने की। कार्यक्रम के प्रांरभ में लोगो ने सत्यम को मिथिला परंपरा के अनुसार पाग़ चादर देकर सम्मानित किया। इस दौरान लोगोंं ने सत्यम गांधी को गांव, प्रखंड, जिला सहित राज्य का नाम रोशन करने के लिए बधाई दी और समाज के निचले तबके के लिए कार्य करने की सलाह दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सत्यम गांधी ने मौके पर उपस्थित युवाओं को आगे बढ़ने की सलाह दी। सम्मान के बाद सत्यम गांधी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हौसला बुलंद हो तो कोई भी मंजिल दूर नही है। आर्थिक तंगी भी आपके सपने को डिगा नहीं सकती। उन्होंने भविष्य में समाज को स्वावलंबी बनाने के लिए कार्य करने का भरोसा दिया। वही अपनी सफलता का श्रेय पिता अखिलेश कुमार राय, दादा सचिदानंद राय व मां को दिया।